विद्रोही के काव्य-संग्रहों का विमोचन

गंगापुर सिटी। काव्य संग्रहों के विमोचन कार्यक्रम में मौजूद अतिथि।

गंगापुर सिटी। कवि अजय विद्रोही के नव प्रकाशित दो काव्य-संग्रह प्रथम ‘कविता स्वर संगम की सांस व द्वितीय ‘लिख रे कवि लिख का विमोचन कार्यक्रम विद्रोही निवास पर रखा गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता रिटायर्ड प्रिंसीपल प्रेम कुमार उपाध्याय ने की। मुख्य अतिथि पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हनुमान मुक्त रहे । विशिष्ट अतिथि के लिए डॉ. विजेन्द्र गुर्जर व गज़लकार एएफ नजऱ की सराहनीय उपस्थिति रही ।
कवि विद्रोही के काव्य-संग्रहों पर विचार व्यक्त करते हुए उपस्थित वक्ताओं ने विद्रोही के काव्य-संग्रहों में छपी कविताओं की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं व बधाई दी । वक्ताओं ने बताया कि विद्रोही ने अपनी रचनाओं में कई रसों का प्रयोग किया है साथ ही अपने नाम के अनुसार सामाजिक विसंगतियों पर विद्रोह भी प्रकट किया है जो इन काव्य-संग्रहों को आधार प्रदान करता है। विमोचन कार्यक्रम के द्वितीय चरण में काव्य-गोष्ठी रखी गयी जिसमें उपस्थित रचनाकारों ने विभिन्न विषयों पर अपनी स्वरचित रचनाएं पढ़कर कार्यक्रम को और काव्यमय बना दिया ।
विमोचन कार्यक्रम में कृपाशंकर प्रीतम, चौखे लाल वर्मा, व्यग्र पाण्डे, विकास शर्मा, विनय भारत, मनीष माना, पं. हजारी लाल शास्त्री, जगदीश चमन आदि उपस्थित रहे । अंत में अजय विद्रोही ने सबका आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का सफल संचालन स्थानीय कवि व्यग्र पाण्डे ने किया।