जयपुर. के मोतीडूंगरी गणेश मंदिर से गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाने के लिए 9 दिवसीय आयोजन का समापन गुरुवार शाम भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ। मंदिर समिति द्वारा आयोजित यह 38वीं शोभायात्रा गुलाबी नगरी की एक प्रतिष्ठित परंपरा बन चुकी है।
शोभायात्रा के संयोजक भानु प्रताप ने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव एक साथ प्राप्त हुआ। शोभायात्रा की शुरुआत गामा पहलवान द्वारा हाथी पर निशान ध्वज लेकर की गई। इसके पीछे ऊंट, घोड़े और बैंड-बाजों का पारंपरिक लवाजमा शामिल रहा।
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इस बार शोभायात्रा में 50 से अधिक झांकियां शामिल की गईं, जिनमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’, एस-400 मिसाइल, अयोध्या राम मंदिर में रामलला के दर्शन, राम-रावण युद्ध, महाभारत लेखन, शिव-पार्वती विवाह, माता वैष्णो देवी दरबार, महाकाल, छत्रपति शंभाजी महाराज और शेखावाटी की सांस्कृतिक झलक प्रमुख रहीं।
भगवान गणेश के सोलह स्वरूपों की झांकियां स्वचालित तकनीक से सजाई गई थीं, जिनमें तांडव नृत्य, रिद्धि-सिद्धि संग नृत्य और मोबाइल की लत से बचाव का संदेश भी शामिल था।
