
चित्तौड़गढ़। भैंसरोडगढ़ पंचायत समिति के सुठाला गांव में बरसात के बाद टूटी पुलिया के कारण 800 ग्रामीण पिछले दो महीने से टापू में फंसे हुए हैं। बुखार से तड़पती महिला को ट्यूब पर बैठाकर नदी पार कर अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे प्रशासनिक लापरवाही और मूलभूत सुविधाओं की कमी उजागर हुई है।
🚨 स्थिति के मुख्य बिंदु
- गांव की आबादी: लगभग 800
- विस्थापन: 1970 में राणा प्रताप सागर बांध के निर्माण के दौरान
- पुलिया स्थिति:
- ब्राह्मणी नदी पर बनी सुठाला पुलिया — 100 फीट लंबी, 30–40 फीट हिस्सा टूटा
- पाड़ाझर पुलिया — पूरी तरह क्षतिग्रस्त
- गहराई: नदी में पानी की गहराई 12 फीट से अधिक
- प्रयास: 4 जुलाई को लकड़ी का अस्थायी पुल बनाया गया, 2 दिन में बह गया
- अस्पताल दूरी: 35 किलोमीटर दूर रावतभाटा
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🧍♂️ ग्रामीणों की पीड़ा
“गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी घरों में हो रही है, गंभीर बीमारों को ट्यूब पर बैठाकर नदी पार कर रहे हैं।” — मुकेश चौधरी, ग्रामीण
- प्राथमिक चिकित्सा केंद्र नहीं
- सड़क संपर्क पूरी तरह कट चुका है
- 28 अगस्त को पत्थर-पाइप से पुल बनाने की कोशिश भी विफल