Anant Chaturdashi 2025 6 सितंबर 2025 को देशभर में अनंत चतुर्दशी का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। यह दिन भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना का अवसर होता है।
🟨 व्रत और पूजा की विधि
Anant Chaturdashi 2025
भक्तों ने सुबह स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा की। अनंत सूत्र (14 गांठों वाला धागा) को दाहिने हाथ में बांधकर व्रत रखा गया। यह सूत्र संकटों से रक्षा और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
🟨 विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ
मंदिरों और घरों में विष्णु सहस्त्रनाम, अनंत कथा और शंख-ध्वनि के साथ पूजा की गई। भक्तों ने फल, फूल, पंचामृत और तुलसी अर्पित की।
🟨 पारिवारिक परंपराएं
Anant Chaturdashi 2025
कई परिवारों में यह व्रत पीढ़ियों से चला आ रहा है। महिलाएं विशेष पकवान बनाकर पूजा करती हैं और बच्चों को अनंत सूत्र बांधती हैं।
🟨 आध्यात्मिक संदेश
अनंत चतुर्दशी यह संदेश देती है कि जीवन में अनंत संभावनाएं हैं, और ईश्वर की कृपा से हर संकट पार किया जा सकता है। यह दिन आत्मशुद्धि और संकल्प का प्रतीक है।
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🟨 गणेश विसर्जन के साथ समापन
यह पर्व गणेशोत्सव के समापन के साथ आता है, जिससे यह दिन विष्णु और गणेश दोनों की आराधना का अवसर बन जाता है। भक्तों ने दोनों देवताओं को श्रद्धा से विदाई दी।
