ऑक्सीजन प्रबंधन के लिए बायोमेडिकल इंजीनियर और आक्सीजन मॉनिटर की होगी नियुक्ति

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सभी डेडीकेटेड कोविड अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों का विशेषज्ञों की देखरेख में समुचित उपयोग एवं डेडीकेटड कोविड अस्पतालों में आक्सीजन प्रबंधन के लिए बायोमेडिकल इंजीनियर और आक्सीजन मॉनिटर की  नियुक्ति करने के निर्देश दिये हैं।
चिकित्सा मंत्री के निर्देश पर प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोरा ने आवश्यक आदेश जारी किए हैं। उन्होंने  प्रत्येक डेडीकेटेड कोविड अस्पताल में बायोमेडिकल इंजीनियर की उपलब्धता के लिए जिला कलक्टर व सीएमएचओ को निर्देश दिए है। इंजीनियर का मुख्य कार्य अस्पताल में ऑक्सीजन प्रेशर की जांच व अस्पताल की अन्य सामान्य व्यवस्था के साथ नियुक्त किए जाने वाले आक्सीजन मॉनिटर को लेकर स्टॉफ को प्रशिक्षण देना होगा। बायोमेडिकल इंजीनियर की उपलब्धता से आक्सीजन सप्लाई के मैनेजमेंट को अधिक बेहतर किया जा सकता है।

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प्रत्येक पारी में दो नसिर्ंग स्टॉफ जरुरी
कोविड अस्पताल में प्रत्येक 100 ऑक्सीजन या आईसीयू बैड पर तीन पारियों में में दो-दो नसिर्ंग स्टॉफ को ऑक्सीजन मॉनिटर के तौर पर नियुक्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। जिन अस्पतालों में 100 से कम बैड है वहां तीन पारियों में एक-एक ऑक्सीजन मॉनिटर की नियुक्ति की जाएगी। ऑक्सीजन मॉनिटर  मरीज की स्थिति को देखते हुए मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यक मात्रा के विपरीत दी जा रही ऑक्सीजन की मात्रा से सबंधित जानकारी चिकित्सक को देगा। जिससे चिकित्सक के परामर्श के बाद मरीज की मेडिकल ऑक्सीजन की स्थिति को बदला जा सकेगा।
बायोमेडिकल इंजीनियर व ऑक्सीजन मॉनिटर कोविड अस्पताल का निष्पक्ष पर्यवेक्षण कर अपने सुझाव से जिला कलक्टर व अस्पताल प्रभारी को अवगत कराएंगे। जयपुर के ऑक्सीजन मॉनिटर अपनी रिपोर्ट शासन सचिव व चिकित्सा शिक्षा विभाग को भी प्रस्तुत करेंगे।