Chopta Adventure Travel: भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड बना ट्रेकिंग और अध्यात्म का संगम स्थल

चोपता से दिखती हिमालयी चोटियाँ
चोपता: भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड बना ट्रेकिंग और अध्यात्म का संगम स्थल

Chopta Adventure Travel उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित चोपता एक ऐसा स्थल है जो अब तक पर्यटकों की मुख्यधारा से दूर रहा है, लेकिन 2025 में यह तेजी से भारत के प्रमुख एडवेंचर और आध्यात्मिक स्थलों में शामिल हो रहा है। इसे अक्सर “भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहा जाता है, और यह नाम इसकी बर्फीली वादियों, शांत वातावरण और हिमालयी दृश्य के कारण पूरी तरह उपयुक्त लगता है।

🟨 रोमांच और अध्यात्म का संगम

चोपता न केवल ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल है, बल्कि यह आध्यात्मिक यात्रियों के लिए भी विशेष महत्व रखता है। यहाँ से शुरू होने वाला टुंगनाथ ट्रेक दुनिया के सबसे ऊँचे शिव मंदिर तक ले जाता है, और इसके बाद की चंद्रशिला चोटी से हिमालय का 360° दृश्य मन को मंत्रमुग्ध कर देता है। 2025 में उत्तराखंड सरकार द्वारा की जा रही पर्यटन विकास योजनाओं के चलते चोपता अब एक उभरता हुआ इको-टूरिज्म हब बनता जा रहा है।

🟨 टुंगनाथ मंदिर और चंद्रशिला ट्रेक

Chopta Adventure Travel

यहाँ से शुरू होने वाला टुंगनाथ ट्रेक दुनिया के सबसे ऊँचे शिव मंदिर तक जाता है। इसके बाद चंद्रशिला चोटी तक का ट्रेक 360° हिमालयी दृश्य प्रदान करता है। यह ट्रेक 5 किलोमीटर लंबा और मध्यम कठिनाई वाला है।

🟨 देवोरिया ताल की शांति

चोपता के पास स्थित देवोरिया ताल एक शांत झील है जो हिमालयी चोटियों का प्रतिबिंब दिखाती है। यह स्थल फोटोग्राफी, मेडिटेशन और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श है।

🟨 कैंपिंग और बोनफायर का अनुभव

चोपता में अब कई टेंट स्टे और होमस्टे उपलब्ध हैं। पर्यटक यहाँ बोनफायर, स्टारगेजिंग, और स्नो कैंपिंग का आनंद लेते हैं। सर्दियों में बर्फ से ढकी वादियाँ इसे और भी रोमांचक बना देती हैं।

🟨 वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग

यहाँ स्थित कंचुला कोरक मस्क डियर सेंचुरी में दुर्लभ कस्तूरी मृग और पक्षियों की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यह स्थल वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक शांत और समृद्ध अनुभव प्रदान करता है।

🟨 कैसे पहुँचे चोपता

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चोपता पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार (225 किमी) है। दिल्ली, ऋषिकेश और देहरादून से सड़क मार्ग द्वारा भी आसानी से पहुँचा जा सकता है। सर्दियों में 4×4 वाहन की सलाह दी जाती है।

🟨 2025 में पर्यटन विकास

उत्तराखंड सरकार ने चोपता को इको-टूरिज्म हब बनाने की योजना बनाई है। इसमें स्मार्ट ट्रेकिंग मार्ग, सोलर टेंट, और स्थानीय गाइडिंग ऐप्स शामिल हैं।