
मोती डूंगरी में 3100 किलो मेहंदी अर्पित
जयपुर. गणेश चतुर्थी का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। बुधवार सुबह मंगला आरती के साथ मोती डूंगरी, गढ़ गणेश, नहर के गणेश और परकोटा गणेश मंदिरों में महोत्सव की शुरुआत हुई।
मोती डूंगरी गणेश मंदिर में मंगलवार देर रात से ही भक्तों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। सुबह से दोपहर तक मंदिर में भारी भीड़ रही। भगवान गणेश को स्वर्ण मुकुट पहनाकर चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया गया। महंत परिवार द्वारा तैयार नौलखा हार भी गणपति को धारण करवाया गया।
विशेष रूप से 3100 किलो मेहंदी, जो पाली के सोजत से मंगवाई गई थी, भगवान को अर्पित की गई। रात 7:30 बजे से मंदिर परिसर के पांच स्थानों पर प्रसाद स्वरूप मेहंदी का वितरण किया गया।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पत्नी के साथ मोती डूंगरी मंदिर पहुंचे और विधिविधान से पूजा अर्चना की। महंत कैलाश शर्मा ने उन्हें चुनरी ओढ़ाई।
गढ़ गणेश मंदिर में पंचामृत अभिषेक और सहस्त्र मोदक अर्पण के साथ बाल स्वरूप गणपति की पूजा की गई।
इस बार पर्यावरण बचाओ के संदेश के साथ मिट्टी से बनी गणेश मूर्तियों की मांग बढ़ी है, जिससे पीओपी मूर्तियों की बिक्री में कमी आई है।