चतुर्वेद शतकम यज्ञ में दी श्रद्धालुओं ने दी आहूतियां, एक सितम्बर तक होगा आयोजन

गंगापुरसिटी। आर्य समाज गंगापुरसिटी के तत्वावधान में देवी स्टोर चौराहा के समीप आर्य समाज मंदिर में चल रहे चतुर्वेद शतकम यज्ञ (Chaturveda Shatkam Yagya) में चौथे दिन अनिल कुमार अतेवा वाले, सोमव्रत, चंद्रशेखर, गौरव मंगल व भगवान सहाय मुख्य यजमान रहे। वेदपाठियों ने यजमानों से वेदमंत्रों की आहुतियां यज्ञ में में दिलवाई। भजन उपदेशक संदीप आर्य मेरठ ने प्रवचन में बताया कि की यज्ञ में दी गई आहुतियां परमात्मा को नहीं अपितु देवताओ को प्रदान करते हैं। ईश्वर सर्वव्यापक और समस्त जड़ चेतन जगत के स्वामी है। उनको कुछ दिया भी नहीं जा सकता और हम उनको दे भी नहीं रहे है। यज्ञ करना करवाना वेदमाता व भगवान् का आदेश है। श्रद्धा पूर्वक सभी को अवश्य करना चाहिए। उन्होंने राष्ट्र , परिवार व समाज के प्रति कत्र्तव्यों के बारे में चर्चा की और आर्य समाज के अनुसार चलने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही बताया कि स्वामी दयानंद के द्वारा चलाए गए सभी आंदोलनों का मुख्य उद्देश्य भारत वर्ष में सामाजिक तथा धार्मिक कार्यों में सुधार लाना था। स्वामी ने हिन्दू धर्म में प्रचलित अंधविश्वास एवं कुरीतियों को दूर करने के लिए सतत प्रयास किया। उन्होंने मूर्ति पूजा, अवतारवाद, बहुदेववाद, मनुष्य के साथ पशुता का व्यवहार आदि पर सुधार के लिए प्रयास किया। स्वामी के अनुसार ईश्वर सर्वत्र, सर्वज्ञ, दयालु तथा न्याय करने वाला है। आर्य समाज के मंत्री मदन मोहन गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम 1 सितम्बर तक प्रात: 8 से 11 बजे, दोपहर में 2 से 4.30 बजे व रात्रि 8 से 9.30 बजे तक चलेगा। इस दौरान रविवार को नरेंद्र आर्य, मदनमोहन आर्य, ओमप्रकाश, वीरेंद्र आर्य, सत्यप्रकाश आर्य, सत्यप्रकाश सोनी, गिरीश आर्य, कृष्णकुमार सोनी, रमेश गर्ग, मुकेश मेड़ी आदि मौजूद थे।