
Eklingji Temple Udaipur राजस्थान के उदयपुर ज़िले में स्थित एकलिंगजी मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन और प्रतिष्ठित तीर्थस्थल है। यह मंदिर कैलाशपुरी नामक स्थान पर स्थित है, जो उदयपुर से लगभग 22 किमी उत्तर में है। एकलिंगजी को मेवाड़ राज्य का आराध्य देव माना जाता है, और महाराणा स्वयं को शिव का दीवान मानते थे।
मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में बप्पा रावल द्वारा किया गया था। यह मंदिर संगमरमर से बना है और इसकी वास्तुकला राजस्थानी शैली की उत्कृष्ट मिसाल है। मंदिर दो मंजिला है, जिसमें पिरामिडनुमा छत और कलात्मक रूप से तराशे गए शिखर हैं। प्रवेश द्वार पर चांदी की नंदी प्रतिमा श्रद्धालुओं का स्वागत करती है।
Eklingji Temple Udaipur
मंदिर का मुख्य आकर्षण चारमुखी शिवलिंग है, जो भगवान शिव के चार रूपों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा परिसर में 108 छोटे-बड़े मंदिर हैं, जो विभिन्न देवी-देवताओं को समर्पित हैं। मंदिर के बाहरी हिस्से में सीढ़ियाँ हैं जो सीधे जल स्रोत तक जाती हैं, जिससे यह स्थान प्राकृतिक रूप से भी समृद्ध है।
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एकलिंगजी मंदिर में दर्शन और आरती का समय सुबह 4:30 बजे से रात 7:30 बजे तक है। सुबह की आरती 5:30 बजे होती है, जबकि शाम की आरती 6:30 बजे होती है। विशेष अवसरों पर जैसे महाशिवरात्रि और श्रावण मास में यहाँ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
Eklingji Temple Udaipur
यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि मेवाड़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक भी है। यहाँ की शांति, भक्ति और स्थापत्य कला हर आगंतुक को गहराई से छू जाती है।