विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन: निजीकरण के विरोध में 11 को विद्युत भवन का घेराव

गंगापुरसिटी। राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन की ओर से निजीकरण के विरोध व कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर 11 अगस्त को जयपुर में विद्युत भवन के घेराव कार्यक्रम को लेकर शनिवार को अधिशासी अभियंता कार्यालय में कर्मचारियों की बैठक हुई। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर, करौली जिलाध्यक्ष कर्म प्रकाश मीना व सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार मावई की उपस्थिति में हुई बैठक में गंगापुरसिटी, वजीरपुर व बामनवास तहसील के कर्मचारियों ने भाग लिया। इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने 11 अगस्त को अधिक से अधिक संख्या में जयपुर पहुंच कर विद्युत भवन का घेराव करने का आह्वान किया। उपस्थित कार्मिकों ने दोनों हाथ उठा कर निजीकरण के खिलाफ घेराव कार्यक्रम में शामिल होने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर वजीरपुर उपखंड अध्यक्ष अमित शर्मा, गंगापुरसिटी उपखंड अध्यक्ष शहजाद खान, अ-द्वितीय उपखंड अध्यक्ष जीराज मीणा, बामनवास उपखंड अध्यक्ष बच्चू सिंह मीणा, बलवान गुर्जर, धर्मेंद्र गुर्जर, सतीश, ताराचंद, मनीष शर्मा, मदन मोहन शर्मा, राजेंद्र सैनी आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।

यह है कर्मचारियों की प्रमुख मांगे
जिलाध्यक्ष मावई ने बताया कि जयपुर डिस्कॉम के 6 जिलों को ठेका प्रथा व निजीकरण में देने का प्रस्ताव निरस्त करने, राजस्थान में पांचों कम्पनियों को एक कर पुन: विद्युत बोर्ड गठन करने, विद्युत निगम के कर्मचारी 24 घंटे ड्यूटी करते हैं, उन्हें हार्ड ड्यूटी भत्ता बेसिक सैलरी का 10 प्रतिशत देने, कर्मचारियों को साइकिल भत्ते के रूप में मात्र 50 रुपए दिए जाते है, इसलिए साइकिल भत्ते के स्थान पर 3500 रुपए मोटरसाइकिल भत्ते के रूप में दिए जाने की प्रमुख मांग है। इसके अलावा इलेक्ट्रिसिटी भत्ता 150 रुपए से बढ़ा कर बेसिक सैलरी का 10 प्रतिशत अथवा 500 यूनिट मासिक देने, निगम में कार्यरत आईटीआई धारक तकनीकी कर्मचारियों का पदनाम बदलने और अनुकम्पा पर नियुक्त हेल्पर प्रथम को एलडीसी बनाने की मांग भी शामिल है।