कृषि कानूनों की वापसी को लेकर लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली बॉर्डर से किसान आंदोलन अब चुनावी राज्यों तक जा पहुंचा है। ट्रेड यूनियनों के साथ आज किसान जिला मुख्यालयों के रेलवे स्टेशनों के बाहर प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान डीसी और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर कृषि कानूनों का विरोध जताएंगे। वहीं अंबाला में भी किसान ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में प्रदर्शन करेंगे।
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पंजाब के सुल्तानपुर लोधी की दाना मंडी में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के ऐलान पर रविवार को महारैली निकाली गई। वहीं 23 मार्च को दिल्ली बॉर्ड की तरफ कूच करने को लेकर किसान संगठनों ने अपील की है।
बता दें कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान संगठनों ने कई तरीके किए लेकिन केंद्र सरकार ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि कानून वापस नहीं होगें। इनमें संशोधन को सरकार हमेशा तैयार है।
कृषि कानूनों को लेकर सरकार से अब तक 11 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकला है। बता दें कि बंगाल विधानसभा की 295 सीटों पर 8 चरणों में चुनाव होने हैं। चुनावों के ऐलान के साथ ही बंगाल में राजनीतिक घमासान मचा है। इस महीने के आखिर में चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चुनाव से पहले जीत सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी है।