
Gurez Valley Kashmir Adventure, जम्मू-कश्मीर के उत्तरी छोर पर स्थित एक ऐसा स्थल है जो अब तक पर्यटकों की मुख्यधारा से दूर रहा है। 2025 में यह घाटी तेजी से भारत के प्रमुख ऑफबीट एडवेंचर डेस्टिनेशनों में शामिल हो रही है। यहाँ की शुद्ध हवा, शांत वातावरण, और दार्द जनजाति की सांस्कृतिक विरासत इसे प्रकृति प्रेमियों और खोजी यात्रियों के लिए आदर्श बनाती है।
🟨 किशनगंगा नदी की गोद में बसी घाटी
गुरेज़ वैली किशनगंगा नदी के किनारे स्थित है, जो घाटी को जीवन और सौंदर्य दोनों प्रदान करती है। यहाँ की जलधारा ट्राउट मछली के लिए प्रसिद्ध है और राफ्टिंग का भी विकल्प देती है।
🟨 दार्द जनजाति की सांस्कृतिक विरासत
Gurez Valley Kashmir Adventure
यहाँ के निवासी दार्द जनजाति से हैं, जो शिना भाषा बोलते हैं। उनकी पारंपरिक लकड़ी की वास्तुकला, पहनावा और जीवनशैली पर्यटकों को एक अलग ही सांस्कृतिक अनुभव देती है।

🟨 ट्रेकिंग और कैंपिंग का रोमांच
गुरेज़ से तुलैल वैली, हर्मुख पीक, और गंगाबल झील तक कई ट्रेकिंग मार्ग हैं। यहाँ के अल्पाइन मीडोज और बर्फीली पहाड़ियाँ ट्रेकर्स को चुनौती और सुकून दोनों देती हैं।
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🟨 वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग
गुरेज़ वैली में हिमालयन ब्राउन बियर, स्नो लेपर्ड, और हिमालयन मोनाल जैसे दुर्लभ जीव पाए जाते हैं। यह स्थल बर्डवॉचिंग और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के लिए आदर्श है।
🟨 कैसे पहुँचे गुरेज़
गुरेज़ श्रीनगर से लगभग 123 किलोमीटर दूर है। राजदान पास के ज़रिए मई से नवंबर तक यहाँ पहुँचा जा सकता है। सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण यह मार्ग बंद रहता है।
🟨 ठहरने की सुविधा
Gurez Valley Kashmir Adventure
गुरेज़ में अब कई होमस्टे, गेस्टहाउस, और रिवर साइड कैंपिंग साइट्स उपलब्ध हैं। दवार, तुलैल, और बक्तोर जैसे गाँवों में स्थानीय आतिथ्य का अनुभव लिया जा सकता है。
🟨 2025 में पर्यटन विकास
जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुरेज़ को बॉर्डर टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। विदेशी पर्यटकों के लिए भी अब सीमित अनुमति दी जा रही है।