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सवाई माधोपुर-शिवपुरी पर्यटन सर्किट विकसित करने के लिए सवाई माधोपुर कलेक्टर मिले शिवपुरी कलेक्टर से, दोनों ने बनाया प्लान
सवाई माधोपुर।
रणथम्भौर टाइगर रिजर्व पार्क देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच लगातार लोकप्रिय होता जा रहा है। अब शिवपुरी के माधव पार्क एवं कूनो नेशनल पार्क में आने वाले पर्यटकों को भी रणभम्भौर की ओर मोडने के लिये जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने विशेष कार्य योजना तैयार की है। कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने पिछले दिनों शिवपुरी जाकर वहॉं के कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, वन्य जीव और पर्यटन के विशेषज्ञों और टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटर्स से मुलाकात कर इस कार्य योजना पर प्रारम्भिक चर्चा की। अब दोनों कलेक्टर सम्बंधित राज्य सरकारों से इस बाबत चर्चा करेंगे। राज्य सरकारें सहमत हुई तो केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय को सवाईमाधोपुर-शिवपुरी पर्यटन सर्किट विकसित करने का प्रस्ताव भेजा जायेगा।
कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि यह पर्यटन सर्किट बन गया तो दोनों जिलों की अर्थव्यवस्था को बहुत बूस्ट मिलेगा। यह दोनों जिलों के लिये विन-विन सिचुएशन होगी। शिवपुरी आने वाले 50 प्रतिशत और रणथम्भौर आने वाले 50 प्रतिशत भी पर्यटक दोनों स्थानों की विजिट करें तो पर्यटन को बहुत बूम मिलेगा।
कलेक्टर ने जब शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को प्रस्ताव दिया कि वे शिवपुरी से एक प्रतिनिधिमंडल लेकर सवाई माधोपुर आएं, वन और वन्य जीव की संपदा और पर्यटक स्थलों को निहारे, इससे उन्हें शिवपुरी में पर्यटक स्थलों को विकसित करने में सुविधा होगी तो शिवुपरी कलेक्टर ने आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार कर लिया। वे इस विजिट के दौरान सवाईमाधोपुर के टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटरों से भी चर्चा करेंगे।
यात्रा के दौरान सवाईमाधोपुर कलेक्टर ने रणथम्भौर फोर्ट, खंडार, चौथ का बरवाडा, शिवाड, सूरवाल, कुशालीपुरा के ऐतिहासिक, वाइल्ड लाइफ और धार्मिक पर्यटन स्थलों के महत्व की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 से 2019 के बीच यहॉं आने वाले पर्यटकों की संख्या सवा 2 गुना हो गयी है। विश्वभर की सेलेब्रिटी के लिये यह वेडिंग और वेकेशन प्लेस के रूप में उभरा है। टाइगर की दहाड के लिये मशहूर इस पार्क को जिले की अर्थव्यवस्था की लाइफलाइन माना जा सकता है। पर्यटको के विश्राम हेतु झूमर बावड़ी व विनायक होटल, रा.प.वि.नि. द्वारा संचालित की जा रही हैं। जिले में हैरिटेज होटल, बजट श्रेणी होटल व अन्य लग्जरी होटल सहित लगभग दौ सौ से अधिक होटल हैं।
दरअसल जबसे कूनो में चीता और शिवपुरी नेशनल पार्क में टाइगर लाने की कवायद शुरू हुई है तब से सवाईमाधोपुर-शिवपुरी  वाइल्ड लाइफ हब/पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने की दोनों जिलों में चर्चा चल रही है। शिवपुरी में सिंधिया छतरी, सेलिंग क्लब, नेशनल पार्क, भदैया कुंड, जिला संग्रहालय जैसे स्थलों को देखने के बाद सवाईमाधोपुर कलेक्टर ने शिवपुरी कलेक्टर से सेलिंग क्लब पर चर्चा के दौरान कहा कि यदि सवाई माधोपुर से शिवपुरी और शिवपुरी से फिर ओरछा का टूरिस्ट सर्किट तैयार हो जाए तो दोनों जिलों के आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से बेहद अहम होगा।

नागरिक सुरक्षा योजना प्लान में जिले से जुडे सभी पहलुओं को शामिल किया जाएः कलेक्टर
प्लान अपडेशन को लेकर बैठक आयोजित
सवाई माधोपुर।
जिले के नागरिक सुरक्षा प्लान अपडेशन को लेकर जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। कलेक्टर ने जिले के नागरिक सुरक्षा प्लान मे जिले से जुडे सभी पहलुओं को शामिल करने के निर्देश दिए। इसके लिए कलेक्टर ने कमेटी गठित कर सात दिवस प्लान का ड्राफ्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने नागरिक सुरक्षा योजना में विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने में नागरिक सुरक्षा के लिए किए जाने वाले उपायों एवं कार्ययोजना के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने जिले में उपलब्ध संसाधनों तथा प्राकृतिक एवं मानवीकृत आपदाओं के समय कार्य के संचालन तथा स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्लान को अपडेट करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्लान में स्थानीय समस्याओं तथा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए समस्याओं से निपटने के उपायों को योजना में समाहित करने पर जोर दिया। इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ सूरज सिंह नेगी ने जिला नागरिक सुरक्षा प्लान, जिले की स्थिति, जिले में उपलब्ध सेवाएं एवं संसाधन, जिले में उपलब्ध खोज, बचाव एवं अन्य संसाधनों के संबंध में जानकारी रखी। इस मौके पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र दानोदिया, जिला सांख्यिकी अधिकारी, पीडब्लूडी, पीएचईडी, जेवीवीएनएल के अधीक्षक अभियंता तथा आपदा प्रबंधन से जुडे अधिकारी उपस्थित थे।

भूजल को रिचार्ज करने तथा जल संरक्षण के लिए मिलकर कार्य करें: कलेक्टर
भूजल विभाग की ग्राउंड वाटर रिपोर्ट पर विस्तार से की चर्चा
सवाई माधोपुर।
जिले में भूजल की स्थिति क्या है, भूजल को रिचार्ज करने, पानी की बूंद बूंद का उपयोग करने का क्या पैटर्न है, जिले के किस ब्लॉक में भूजल का अत्यधिक दोहन होता है तथा पानी की क्वालिटी कैसी है, एनीकट व अन्य जल संरक्षण ढॉंचों के निर्माण के बाद इसके आसपास भूजल स्तर, फसल पैटर्न, पेयजल और सिंचाई की स्थिति में क्या चेंज आये हैं, इस संबंध में भूजल विभाग द्वारा की गई स्टडी रिपोर्ट पर जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में कृषि, पीएचईडी, नगर परिषद सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में भूजल विभाग की वैज्ञानिक प्रिया कंवल, सहेली व भू वैज्ञानिक सुनित कुमार ने की गई स्टडी की डिटेल को रखा।
उन्होंने जिले में ग्राउंड वाटर के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए फ्यूचर प्लानिंग के लिए सुझाव रखे। बैठक में उन्होंने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक अति दोहित की श्रेणी में है। भूजल रिचार्ज के लिए जल संरक्षण स्ट्रक्चर की उपयोगिता के बारे में बताया। उन्होंनें इसके लिए माइक्रो मेनेजमेंट की आवश्यकता पर जोर देते हुए भूजल का अधिक दोहन होने से रोकने के लिए अलग-अलग क्षेत्र की स्थानीय परिस्थिति के हिसाब से विशेष जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया। खेती के लिए माइक्रो इरिगेशन ट्रिक्स अपनाने, बहते हुए पानी को रोकने के लिए प्रयास करने की बात कही।
सरप्लस वाटर का उपयोग करने, इसका संरक्षण करने, इसमें समुदाय की सहभागिता बढाने, गांवों में वाटरबॉडी के संरक्षण के लिए पानी समितियों का गठन करने, ‘‘कैच द रैन वाटर’’ को बढावा देने जैसे सुझाव दिए। कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने भूजल विभाग के वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत तथ्यों एवं स्टडी की सराहना करते हुए कहा कि इनके सुझावों को जिले में लागू करते हुए पानी की बूंद-बूंद का उपयोग करने तथा जल संरक्षण को बढावा देने के लिए मिलकर प्रयास के निर्देश दिए। इस मौके पर कलेक्टर ने भूजल विभाग द्वारा की गई स्टडी दस्तावेजों के पुस्तकीय रूप का विमोचन भी किया। इस अवसर पर कृषि उप निदेशक राधेश्याम, सहायक निदेशक चंद्रप्रकाश बडाया, अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सीताराम मीना, सिचाई विभाग की सहायक अभियंता सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

बुधवार को जॉंचंे गये सभी 102 कोरोना सैम्पल नेगेटिव
जिले में बुधवार को जॉंचंे गये सभी 102 कोरोना सैम्पल नेगेटिव आये हैं। जिले में अन्तिम पॉजिटिव केस 17 जुलाई को आया था, वो भी 26 जुलाई को रिकवर हो गया था।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि 17 जुलाई के बाद जिले में कोरोना का एक भी नया पॉजिटिव केस दर्ज नहीं किया गया है।
कलेक्टर ने लोगों से आग्रह किया है कि जिले को सतत कोरोना मुक्त बनाए रखने के लिए सभी पात्र लोग कोविड-19 टीके की दोनों डोज निर्धारित समय पर लगवा ले। मास्क, सोशल डिस्टंेसिंग आदि कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करें जिससे जिला लगातार कोरोनामुक्त रहे। उन्होंने लोगों से जन अनुशासन की पालना करने का आग्रह किया है।