पटना। बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले बीटेक स्नातक सचिन कुमार को म्यांमार में फर्जी नौकरी गिरोह के चंगुल से मुक्त करा लिया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सचिन को दो महीने से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखा गया था, और उसे साइबर अपराध में संलिप्त करने की कोशिश की गई थी।
🧳 कैसे फंसा युवक गिरोह के जाल में?
- एजेंट: एक नेपाली एजेंट ने सचिन को अधिक वेतन वाली नौकरी का झांसा दिया
- वीजा: टूरिस्ट वीजा पर म्यांमार भेजा गया
- समय: जून के अंत में म्यांमार पहुंचने के बाद बंधक बना लिया गया
- उद्देश्य: साइबर अपराध में शामिल करने का दबाव
🛂 रिहाई और वापसी
- म्यांमार के अधिकारियों ने सचिन को मुक्त कर भारतीय दूतावास को सौंपा
- शुक्रवार को कोलकाता के रास्ते पटना पहुंचा
- परिवार से फिरौती की मांग की गई थी
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👮♂️ पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
- पटना नगर (पश्चिम) के पुलिस अधीक्षक: भानु प्रताप सिंह
- एक व्यक्ति गिरफ्तार
- विशेष जांच दल गठित
- राजनयिक माध्यमों से म्यांमार से संपर्क कर रिहाई सुनिश्चित की गई
