Kisan Andolan: आंदोलन खत्म करने पर क्या बोले किसान नेता राकेश टिकैत

Kisan Andolan: पिछले ढाई महीने से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन (Kisan Andolan) थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच किसानों की खाप पंचायतों ने बीजेपी सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (
Rakesh Tikait) ने कहा कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक हम घर वापसी नहीं करेंगे। इसके लिए पंच और मंच वहीं रहेंगे। किसान संगठनों का मुख्यालय सिंघु बॉर्डर ही रहेगा चाहे तो सरकार आज हमसे बात कर सकती है।
टिकैत ने कहा कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 79 दिन से धरने पर पर बैठे हैं। इस बीच सरकरा और किसान संगठनों के बीच की दौर की वार्ता हो चुकी लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल सका। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) किसानों का समर्थन हासिल करने के लिए आसपास के जिलों में महापंचायत कर रहे हैं। नोएडा इंट्री गेट दलित प्रेरणा स्थल पर चल रहा धरना खत्म हो गया है। नेताओं ने संसद तक पैदल मार्च का ऐलान रखा था लेकिन वो सब वापस ले लिया गया। बता दें कि कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान अड़े हुए हैं।
26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद दम तोड़ते आंदोलन को राकेश टिकैत के आंसुओं ने फिर से खड़ा किया है। इसके बाद देशव्यापी चक्का जाम ने सरकार पर दबाव तो बनाया ही साथ ही आंदोलन को मजबूती दी है। वहीं किसानों की खाप पंचायतों ने भी बीजेपी सरकार के सामने सियासी संकट पैदा कर दिया है।

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