
राजसमंद, उदयपुर और पाली जिलों में फैला Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary अरावली की पहाड़ियों में स्थित है। यह क्षेत्र न केवल जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके केंद्र में स्थित Kumbhalgarh Fort इसे एक ऐतिहासिक और प्राकृतिक द्वैत स्थल बनाता है। यहाँ की शांति, हरियाली और वन्यजीव यात्रियों को एक अलग ही दुनिया में ले जाते हैं।
जीप सफारी और वन्यजीव दर्शन
संरक्षित क्षेत्र में जीप सफारी सबसे लोकप्रिय गतिविधि है। Kumbhalgarh से Thandi Beri तक का 15 किमी का सफारी रूट पर्यटकों को तेंदुआ, भेड़िया, स्लॉथ बियर, नीलगाय, सांभर और चिंकारा जैसे वन्यजीवों की झलक देता है। यह राजस्थान के उन कुछ स्थलों में से एक है जहाँ Indian Wolf की आबादी अब भी मौजूद है2।
ट्रेकिंग और इको-टूरिज्म
यहाँ के पहाड़ी ट्रेल्स ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए आदर्श हैं। Desuri और Sadri रेंज में ट्रेकिंग करते हुए पर्यटक जंगल की गहराई, पक्षियों की चहचहाहट और औषधीय पौधों की खुशबू का अनुभव करते हैं। कई ट्रेल्स किले की दीवारों के पास से गुजरते हैं, जिससे इतिहास और प्रकृति का अनोखा संगम देखने को मिलता है。

पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग
Kumbhalgarh में 200 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं — जिनमें Grey Junglefowl, White-breasted Kingfisher, Golden Oriole और Peacocks प्रमुख हैं। यहाँ का वातावरण फोटोग्राफरों और ऑर्निथोलॉजिस्ट्स के लिए बेहद अनुकूल है।
औषधीय वनस्पति और हरियाली
संरक्षित क्षेत्र में Bamboo, Dhok, Salar, Churel जैसे पेड़ और कई औषधीय जड़ी-बूटियाँ पाई जाती हैं। यह क्षेत्र एक जीवित हर्बल इनसाइक्लोपीडिया की तरह है, जहाँ पारंपरिक चिकित्सा के लिए उपयोगी पौधों की भरमार है।
Kumbhalgarh Fort का ऐतिहासिक प्रभाव
15वीं शताब्दी में Rana Kumbha द्वारा निर्मित यह किला 36 किमी लंबी दीवार के लिए प्रसिद्ध है — जिसे “The Great Wall of India” भी कहा जाता है। किले के भीतर 300 से अधिक मंदिर, Badal Mahal और जल संरक्षण की प्राचीन तकनीकें इसे स्थापत्य का चमत्कार बनाती हैं।
संस्कृति और प्रकृति का संगम
संरक्षित क्षेत्र में हर शाम Light & Sound Show आयोजित होता है, जो किले के इतिहास को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है। यह शो जंगल की पृष्ठभूमि में इतिहास को महसूस करने का एक अनोखा तरीका है।
पर्यावरण संरक्षण और जिम्मेदार पर्यटन
Kumbhalgarh में इको-टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्थानीय गाइड्स, सस्टेनेबल स्टे विकल्प और वन्यजीव शिक्षा केंद्र यात्रियों को जिम्मेदार यात्रा की ओर प्रेरित करते हैं।
कैसे पहुँचें और कब जाएँ
यहाँ आने के लिए सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन Falna और Udaipur हैं। अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, जब मौसम ठंडा और दृश्यता बेहतर होती है।
Kumbhalgarh क्यों जाएँ
अगर आप राजस्थान में इतिहास, जंगल, ट्रेकिंग और पक्षी अवलोकन का संगम एक ही जगह पर अनुभव करना चाहते हैं — तो Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary आपके लिए आदर्श है। यहाँ हर मोड़ पर एक कहानी है, और हर पेड़ के पीछे एक जीवन।