
Mahakali Temple Ujjain उज्जैन के महाकाल क्षेत्र में स्थित महा कालीका मंदिर देवी कालिका को समर्पित एक अत्यंत जागृत और शक्तिशाली स्थल है। यह मंदिर उज्जैन की शाक्त परंपरा, तांत्रिक साधना, और महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के समीप स्थित होने के कारण विशेष महत्व रखता है।
Mahakali Temple Ujjain
माँ कालिका की पूजा का मुख्य कारण उनकी संहारक शक्ति, रक्षा और सिद्धि प्रदान करने की क्षमता, और तांत्रिक साधकों के लिए विशेष ऊर्जा केंद्र होना है। मान्यता है कि यह वही स्थल है जहाँ महाकवि कालिदास को देवी ने दर्शन देकर उन्हें ज्ञान और काव्यशक्ति प्रदान की थी।
मंदिर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है — इसे गड़कालिका मंदिर भी कहा जाता है, और यह उज्जैन के अवंतिकापुरी क्षेत्र में स्थित है। देवी की मूर्ति अत्यंत प्रभावशाली है — बड़ी आँखें, उग्र मुद्रा, और रक्तवर्ण रूप में विराजमान माँ कालिका भक्तों को संकट निवारण, शत्रु विनाश, और सिद्धि प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं।

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मंदिर की वास्तुकला सरल लेकिन प्रभावशाली है — गर्भगृह में माँ की मूर्ति के साथ भैरव, दक्षिणमुखी हनुमान, और तांत्रिक यंत्र भी स्थापित हैं। यहाँ विशेष रूप से गुप्त नवरात्र, कालरात्रि पूजा, और तंत्र अनुष्ठान आयोजित होते हैं।
Mahakali Temple Ujjain
यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उज्जैन की तांत्रिक परंपरा, शक्ति साधना, और भारतीय दर्शन का जीवंत प्रतीक भी है। हर वर्ष नवरात्रि, महाकाल की शाही सवारी, और गुप्त पर्वों पर यहाँ हजारों श्रद्धालु और साधक दर्शन के लिए आते हैं।