न्यू पेंशन स्कीम रद्द करवाने के लिए अब राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे आंदोलन

युवा रेल कर्मचारी है यूनियन की जान
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन का ट्रेड यूनियन प्रशिक्षण शिविर संपन्न

गंगापुर सिटी। रेल कर्मचारियों की ज्वलंत समस्या एवं मांग न्यू पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए के मुद्दे को लेकर अब लाल झंडे की यूनियन राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करने की तैयारी में है। इसके लिए हमने हमारे मंडल एवं जोनल अधिवेशन में प्रस्ताव पारित क्या हुआ है।
यह बात आज वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के महामंत्री कॉमरेड मुकेश गालव ने उत्सव सामुदायिक भवन में ट्रेड यूनियन प्रशिक्षण शिविर के दौरान रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कही।
गालव ने कहा कि युवा रेल कर्मचारी हमारे संगठन की जान है। हम इनकी समस्याओं के निराकरण के लिए बड़े से बड़ा आंदोलन करने को तैयार हैं। प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित सैकड़ों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि करोना काल में जहां आमजन गांव में छिपे बैठे थे, वहीं यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मैदान में आकर रेल कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए संघर्ष किया। साथ में भारतीय रेल का सफलतापूर्वक संचालन करते हुए खाद्य आवश्यक सामग्रियों का एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवहन भी किया।
संबोधन के दौरान महामंत्री गालव ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी खेतीहर मजदूर किसानों की समस्याओं के निराकरण पर गंभीरता से विचार नहीं कर रही है बल्कि उनसे जुड़ी राजनीतिक पार्टियां इस आंदोलन का मजाक उड़ाने में लगी है। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और लाल झंडे की यूनियन ने किसानों के आंदोलन में भरपूर सहयोग करने की बात कही।
गालव ने कहा कि हमने भारतीय रेल के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन छेड़ा हुआ है। रेल मंत्रालय रेलवे बोर्ड और भारत सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी देने का काम हमने कर दिया है कि चाहे कोई भी संघर्ष करना पड़े, गाडिय़ां खड़ी करनी पड़े या हड़ताल करनी पड़े। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन किसी भी हालत में भारतीय रेल का निजीकरण नहीं होने देगा।
इस अवसर पर यूनियन के मंडल अध्यक्ष लोकेंद्र मीणा, मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन, मंडल सह सचिव श्रीप्रकाश शर्मा एवं राजू लाल गुर्जर ने कहा कि वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन ने युवा रेल कर्मचारियों को संगठन में बराबर की भागीदारी दी है। हमारे संगठन का मानना है कि युवा रेल कर्मचारी ही नई सोच के साथ इस मजदूर आंदोलन को आगे बढ़ा सकते हैं। हम अपने कार्यकर्ताओं को वकायदा प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षित कर कर्मचारियों की समस्याओं से लडऩे के लिए तैयार करते हैं। इसी क्रम में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। इस दौरान यूनियन के नेताओं ने यूनियन की स्थापना से लेकर अब तक के इतिहास के बारे में रेल कर्मचारियों की चुनौतियों के बारे में संगठनात्मक मुद्दों पर रेलवे बोर्ड एवं मुख्यालय मंडल स्तर पर रेल कर्मचारियों की समस्याओं के बारे में चल रही वार्ताओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की।

यूनियन के नेताओं का हुआ जोरदार स्वागत

यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव एवं मंडल अध्यक्ष लोकेंद्र मीणा का जनशताब्दी एक्सप्रेस से गंगापुर आगमन पर यहां सैकड़ों की तादात में यूनियन कार्यकर्ता और रेलवे कर्मचारियों ने अपने हाथों में लाल झंडा लेकर जोरदार नारेबाजी करते हुए भव्य स्वागत किया। रेलवे स्टेशन पर एक छोर से दूसरे छोर तक अपनी मांगों के समर्थन में एवं यूनियन के नेताओं के स्वागत में नारे लगाते हुए रैली निकाली। रेलवे स्टेशन प्रांगण में यातायात विभाग के पॉइंट्स मैन, पीपी एवं सभी विभागों के कर्मचारियों की ओर से यूनियन के नेताओं का उनकी ड्यूटी की घंटे 12 से कम करवाकर 8 घंटे करवाने के लिए 21 किलो की फूल माला द्वारा एवं साफा बांधकर स्वागत किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।
उत्सव सामुदायिक भवन में भी इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों द्वारा यूनियन के नेताओं का उनके पेट्रोलिंग बीट की दूरी 16 किलोमीटर से घटाकर 12 किलोमीटर करवाने के लिए यूनियन द्वारा किए गए आंदोलन एवं प्रयासों के लिए कर्मचारियों ने माला और साफा पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर यूनियन के पदाधिकारी राजेश चाहर, हरिप्रसाद मीणा, सुधींद्र मिर्ची, शशि शर्मा, शरीफ मोहम्मद, गजानंद शर्मा, आर.के. मीना, मनमोहन शर्मा, विकास चतुर्वेदी, रोहिणी फ्रैंकलीन, सुनील जांगिड़, कृपाल सिंह मीणा, हनुमान गुर्जर, इमरान खान, हंसराज, अमर सिंह गुर्जर, मनोज कुमार, ऋषि पाल सिंह, तरुण यादव, रायसिंह मीणा, संतुराम मीणा, हरिमोहन मीणा, देवी सिंह मीणा, आरडी मीना, अब्दुल कासिम, भूरसिंह, देवेंद्र गुर्जर सहित सैकड़ों रेल कर्मचारी उपस्थित थे।