
नई दिल्ली।
पाकिस्तानी मीडिया ने हाल ही में एक अजीब दावा किया है। उसने कहा कि अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन टाइम्स ने पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को “आयरन मैन” बताया है। हकीकत यह है कि अखबार में ऐसा कोई शब्द लिखा ही नहीं है।
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट समा टीवी ने इस खबर को खूब प्रचारित किया। उसने महज एक ओपिनियन आर्टिकल को आधार बनाकर मुनीर को दक्षिण एशिया का सबसे प्रभावशाली चेहरा बता दिया। हालांकि यह सिर्फ एक राय लेख था, न कि कोई आधिकारिक अमेरिकी बयान।
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असल में यह पाकिस्तान की पुरानी रणनीति है। वह अक्सर झूठी कहानियां गढ़कर खुद को अमेरिका का करीबी दिखाने की कोशिश करता है। इसी रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मुनीर की हाल की ट्रंप से मुलाकात अहम थी। पाकिस्तान ने इस मुलाकात को भी बड़ी उपलब्धि की तरह पेश किया।
भारत के साथ हुए सैन्य टकराव में भी पाकिस्तान ने अक्सर झूठा प्रचार किया। ब्रह्मोस मिसाइल से हुए नुकसान को वह आज तक छिपा नहीं पाया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि पाकिस्तान 22 मिनट से ज्यादा भारतीय सेना का सामना नहीं कर पाया।
आसिम मुनीर अब अमेरिका से नजदीकी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप से मुलाकात, नोबेल की सिफारिश और निवेश के वादों के जरिए पाकिस्तान जनता का ध्यान असली समस्याओं से भटकाना चाहता है।