
जीएसटी सुधारों की तारीफ, योजनाओं के प्रचार और जनता से सीधे संवाद पर जोर
नई दिल्ली। रविवार को राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसदों के लिए आयोजित विशेष कार्यशाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया और सांसदों को कई अहम संदेश दिए। इस कार्यशाला का उद्देश्य सांसदों को न केवल सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए प्रेरित करना था, बल्कि जनता से सीधे संवाद स्थापित करने और संसदीय कार्यों में सक्रियता बढ़ाने पर भी जोर देना था।
जीएसटी सुधारों का प्रचार करने का आह्वान
पीएम मोदी ने कार्यशाला में सबसे पहले जीएसटी सुधारों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जीएसटी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाला ऐतिहासिक कदम है। अब बीजेपी सांसदों को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि वे जनता तक इन सुधारों के लाभ पहुंचाएं। इसके लिए पार्टी एक विशेष अभियान की भी शुरुआत करेगी।
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सांसदों को दी विशेष सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से कहा कि वे सरकारी योजनाओं के प्रचार में सक्रिय रहें और यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने सांसदों से संसदीय समितियों की बैठकों में नियमित रूप से शामिल होने और विषयों की गहराई से समझ विकसित करने की सलाह दी। पीएम मोदी ने कहा कि सांसद संबंधित मंत्रियों और अधिकारियों से बैठकें करें ताकि जमीनी समस्याओं और नीतियों की वास्तविक स्थिति को समझा जा सके।
स्वच्छता और इनोवेटिव सोच पर जोर
पीएम मोदी ने सांसदों को स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने की भी अपील की। उन्होंने सिंगापुर का उदाहरण देते हुए कहा कि स्वच्छता केवल सरकारी काम नहीं है, बल्कि समाज का सामूहिक दायित्व है। इसके साथ ही उन्होंने सांसदों को “नया सोचने और इनोवेटिव आइडियाज” पर काम करने के लिए प्रेरित किया।
टिफिन मीटिंग और खेल महोत्सव का सुझाव
PM Modi BJP Workshop: प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि वे अपने संसदीय क्षेत्र की प्रत्येक विधानसभा सीट पर हर महीने “टिफिन मीटिंग” आयोजित करें। इन बैठकों में सांसद स्थानीय लोगों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन साझा करें और उनकी समस्याओं को सीधे सुनें। इससे जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और विश्वास दोनों मजबूत होंगे।
इसके अलावा उन्होंने सांसदों को खेल महोत्सवों में भाग लेने और युवाओं को खेलों से जोड़ने की भी सलाह दी।
कार्यशाला में पीएम मोदी सबसे पीछे की पंक्ति में बैठे और सांसदों के साथ विभिन्न समूहों में संवाद किया। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर इस कार्यक्रम की तस्वीरें साझा कीं और लिखा कि “ऐसे मंच हमें एक-दूसरे से सीखने और जनता की बेहतर सेवा के लिए विचार-विमर्श करने का अवसर देते हैं।”