Punjab Floods September 2025: 2.56 लाख लोग प्रभावित, मुख्यमंत्री ने मांगा राहत पैकेज

Punjab Floods September 2025 में जलमग्न गांव और राहत कार्य

लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा

Punjab Floods September 2025 अगस्त के अंतिम सप्ताह से सितंबर की शुरुआत तक पंजाब में भारी बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश और जम्मू–कश्मीर में भी तेज वर्षा के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया। कई जगहों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने लगीं, जिससे गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, तरनतारन, फाजिल्का, मानसा और लुधियाना जैसे जिलों में बाढ़ का असर साफ देखा गया।

गांव जलमग्न, लोग बेघर

निचले इलाकों के गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए। हजारों लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। बिजली आपूर्ति बाधित हुई और पीने के पानी की समस्या भी खड़ी हो गई।

जान-माल का भारी नुकसान

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 2.56 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। 29 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई घायल हैं। लगभग 3 लाख एकड़ फसलें नष्ट हो गईं, जिसमें धान की फसल प्रमुख है। पशुधन को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

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राहत और बचाव कार्य जारी

Punjab Floods September 2025

राज्य सरकार ने NDRF और SDRF की टीमें तैनात की हैं। नावों और अस्थायी पुलों के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। स्कूल, पंचायत भवन और गुरुद्वारे राहत शिविरों में बदल दिए गए हैं। 3 सितंबर तक सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है।

मुख्यमंत्री की मांग और केंद्र की प्रतिक्रिया

Punjab Floods September 2025

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र से 60,000 करोड़ रुपये की लंबित राशि जारी करने और मुआवजा नियमों में बदलाव की मांग की है। उन्होंने किसानों को 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने की बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

प्रभावित लोगों की चुनौतियाँ

राहत कार्यों के बावजूद हजारों परिवारों को शिविरों में रहना पड़ रहा है। बीमारियों का खतरा बढ़ गया है और बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ा है।