
Ramdevra Temple Jaisalmer राजस्थान के जैसलमेर ज़िले स्थित श्री रामदेवरा मंदिर में चल रहे वार्षिक मेले में इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। लोक देवता बाबा रामदेव जी की समाधि स्थल पर दर्शन के लिए देशभर से लाखों भक्त पहुंचे, जिनमें राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु प्रमुख रहे।
रामदेवरा मेला हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष में आयोजित होता है और इस बार यह 25 अगस्त से 3 सितंबर तक चला। बाबा रामदेव जी की जयंती 2 सितंबर को मनाई गई, जिस दिन मंदिर परिसर में विशेष पूजा, भजन संध्या और रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधि पर दूध, फूल, चुनरी और लकड़ी के घोड़े अर्पित कर अपनी मनोकामनाएँ प्रकट कीं।
मंदिर परिसर में दिन-रात भक्ति का माहौल बना रहा। भक्तों ने बाबा रामदेव जी के भजनों पर नृत्य किया और लोक कलाकारों ने पारंपरिक रास और गीतों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। मंदिर के चारों ओर परिक्रमा करते हुए श्रद्धालु बाबा के जयकारे लगाते रहे। कई श्रद्धालु पैदल यात्रा कर दूर-दराज़ से मंदिर पहुँचे, जिसे “पदयात्रा” कहा जाता है।
Ramdevra Temple Jaisalmer
प्रशासन ने मेले के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था के लिए विशेष इंतज़ाम किए। चिकित्सा दल, जल सेवा, मोबाइल शौचालय, और पुलिस बल की तैनाती की गई। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थायी विश्राम स्थल और भोजन वितरण केंद्र भी स्थापित किए। मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि इस बार अनुमानित 12 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए आए।

बाबा रामदेव जी को हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों में समान श्रद्धा से पूजा जाता है। मुस्लिम श्रद्धालु उन्हें “रामशाह पीर” के नाम से जानते हैं और उनकी समाधि पर चादर चढ़ाकर मन्नत माँगते हैं। यह मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द और लोक आस्था का अद्भुत प्रतीक है।
मंदिर की स्थापना 15वीं शताब्दी में हुई थी और यह स्थान बाबा रामदेव जी की समाधि स्थल के रूप में जाना जाता है। मंदिर परिसर में रामसागर तालाब, भव्य द्वार, और संगमरमर से बनी समाधि संरचना श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है।
Ramdevra Temple Jaisalmer
रामदेवरा मेला न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और लोक परंपराओं का जीवंत उदाहरण भी है। बाबा रामदेव जी के प्रति लोगों की अटूट श्रद्धा हर वर्ष इस मेले को एक विशाल जनसमूह में बदल देती है।