
पाली। शुक्रवार रात बांता गांव में एक पेंगोलिन के दिखने से गांव में कौतूहल और चिंता का माहौल बन गया। गांव के उपसरपंच महेन्द्र कुमार ने बताया कि यह जीव मूलाराम माली के बाड़े के पास गली में घूमता मिला। ग्रामीणों ने रस्सी का फंदा बनाकर उसे पकड़ने की कोशिश की, ताकि कोई जंगली जानवर इसका शिकार न कर सके।
🐾 रेस्क्यू की प्रक्रिया
- स्थान: बांता गांव, मारवाड़ा जंक्शन, पाली
- समय: शुक्रवार रात 11:30 बजे
- प्राथमिक सुरक्षा: गांव की स्कूल के प्याऊ में सुरक्षित रखा गया
- वन विभाग की कार्रवाई:
- DFO पी. बाला मुरगन के नेतृत्व में टीम पहुंची
- एक ड्रम में बंद कर जंगल में छोड़ा गया
🦎 पेंगोलिन की विशेषताएं और संरक्षण
- शेड्यूल फर्स्ट कैटेगरी का जानवर — शिकार, व्यापार, अंगों का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित
- आहार: चींटियां, दीमक, झींगुर, मक्खियां
- रक्षा प्रणाली: खतरे में खुद को गेंद की तरह समेट लेता है
- त्वचा: शल्कदार और कठोर, जिससे लेपर्ड भी शिकार नहीं कर पाता
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🌍 पारिस्थितिकी तंत्र में भूमिका
- कीट नियंत्रण में सहायक
- जंगलों को दीमक से बचाने में मददगार
- अवैध शिकार और तस्करी के कारण संकटग्रस्त