
जयपुर। राजस्थान पुलिस ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में नव-नियुक्त अधिकारियों को सामुदायिक पुलिसिंग के महत्व और योजनाओं से परिचित कराया। पुलिस अधीक्षक एवं नोडल अधिकारी कम्यूनिटी पुलिसिंग पंकज चौधरी ने आरपीएस बैच संख्या 54/2023 और 55/2024 के 77 प्रोबेशनर अधिकारियों के साथ संवाद किया।
कम्युनिटी पुलिसिंग एसपी चौधरी ने अधिकारियों को बताया कि सामुदायिक पुलिसिंग की योजनाएं किस तरह से पुलिस को जमीनी स्तर पर जनता का सहयोग हासिल करने में मदद करती हैं। इस संवाद का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि जब ये अधिकारी फील्ड में जाएं, तो उन्हें बेहतर जन-सहभागिता मिल सके।
संवाद के दौरान कम्यूनिटी पुलिसिंग शाखा में संचालित प्रमुख योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई, जिनमें सीएलजी, ग्राम रक्षक, पुलिस मित्र, सुरक्षा सखियां, स्टूडेण्ट पुलिस कैडेट, महिला शक्ति आत्मरक्षा, पुलिस जनसहभागिता और स्वागत कक्ष एवं आदर्श पुलिस थाना शामिल हैं।
लगभग 3 लाख लोग जुड़े-
एसपी चौधरी ने बताया कि वर्तमान में लगभग 3 लाख लोग राजस्थान में कम्यूनिटी पुलिसिंग की विभिन्न योजनाओं से जुड़ चुके हैं। यह व्यापक नेटवर्क पुलिस को अपराध की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करता है।
इस द्विपक्षीय संवाद के दौरान पुलिस मुख्यालय कम्यूनिटी पुलिसिंग विंग में कार्यरत तीनों अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और अन्य कार्मिक भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अधिकारियों के साथ अपने अनुभव साझा किए।