सड़क सुरक्षा अभियान की तैयारियों की समीक्षा बैठक
सवाई माधोपुर। जिले में होने वाली सभी सड़क दुर्घटनाओं का विभिन्न मानकों के आधार पर ऑडिट करवाया जाएगा, ताकि इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार संबंधित विभागीय अधिकारियों अथवा एजेंसियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई की जा सके। जिला कलक्टर काना राम ने इस संबंध में सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक में सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में कोई भी सड़क हादसा होने पर किसी भी स्तर पर लापरवाही, अकर्मण्यता अथवा गलती के लिए दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जिला कलक्टर गुरुवार को वाहनों के आवागमन को नियमित और नियंत्रित करने तथा सड़क हादसों में कमी लाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के निर्देश पर चलाए जा रहे ‘सड़क सुरक्षा अभियान’ की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सड़क सुरक्षा से जुड़े विभागों के अधिकारियों के संयुक्त निगरानी दल गठित किए जाएंगे, जो विभिन्न स्तर पर निगरानी कर यह सुनिश्चित करेंगे कि अभियान की गतिविधियों में कोई लापरवाही नहीं रहे।
इस अभियान का उद्देश्य आम लोगों, वाहन चालकों, पुलिस, सड़क एवं राजमार्ग प्रबंधन, परिवहन, सार्वजनिक निर्माण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर विकास एवं स्थानीय शासन आदि विभागों तथा टूर एवं ट्रांसपोर्ट कंपनियों, वाहन चालक संगठनों और स्वयंसेवी संगठनों को बेहतर तथा दुर्घटना-रहित यातायात के लिए जागरूक करना है।
जिला कलक्टर ने कहा कि सभी वाहन चालको को एक्सप्रेस वे, राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों और शहरी क्षेत्रों में अपनी लेन और सुरक्षित निर्धारित गति पर ड्राइविंग करने की समझाइश की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस, हाइवे यातायात तथा परिवहन विभागों के अधिकारी लेन ड्राइविंग सुनिश्चित कराएं। सभी वाहनों पर वाहन संख्या और रिफ्लेक्टर आवश्यक रूप से मौजूद हो।
कोई भी भारी वाहन चालक खाने पीने और आराम आदि के लिए सड़क के किनारे या सर्विस लेन में पार्किंग न करके, निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही वाहन को खड़ा करें। उन्होंने इन नियमों को तोड़ने वाले वाहनों पर तत्काल चालान की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। काना राम ने कहा कि अभियान से सम्बन्धी सभी विभागों के अधिकारी अपनी भूमिका सतर्कता के साथ निभाएं। इस दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही होने पर गंभीर और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल ने कहा कि सड़क हादसे एक गंभीर समस्या है और इससे निपटने के लिए सभी पक्षों को संवेदनशील और सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षित यातायात के लिए सभी लोगों को पुलिस का सहयोग करना चाहिए। सभी संबंधित लोग, विभाग और एजेंसियां सामूहिक जिम्मेदारी के साथ काम करके ही सड़क हादसों में कमी ला सकते हैं। दुर्घटना होने की स्थिति में पीड़ितों को राहत एवं बचाव के लिए भी तत्काल और प्रभावी कार्रवाई में पुलिस को अन्य विभागों तथा एजेंसियों और स्थानीय लोगों के सक्रिय सहयोग की आवश्यकता होती है। उन्होंने सड़क सुरक्षा अभियान और यातायात के नियमित संचालन में सभी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनिल कुमार जैमिनी ने बताया कि सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान जिले में कई स्थानों पर वाहन चालकों की आंखों की जांच के लिए निशुल्क शिविर लगाए जाएंगे। ये शिविर टूर और ट्रांसपोर्ट कंपनियों, वाहन चालक संगठनों तथा इस विषय से जुड़े विभागों और एजेंसियों के सहयोग से निर्धारित स्थानों लगाए जाएंगे। कलक्टर काना राम ने बताया कि शिविरों में चालकों की आंखों की जांच के साथ ही हाइपर टेंशन, उच्च रक्तचाप, नशीले पदार्थों के सेवन की आदत आदि की भी जांच की जाएगी और उनकी अच्छे स्वास्थ्य और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए समझाइश की जाए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर संजय शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वा, सीओ सिटी उदयसिंह मीना, यातायात डिप्टी पिन्टू कुमार, परिवहन निरीक्षक हनुमान प्रसाद मीना सहित सड़क सुरक्षा से संबंधित सभी विभागों, एजेंसियों और संगठनों के अधिकारी तथा प्रतिनिधि उपस्थित थे।
