रेल बेचना देश बेचने के समान है, क्योंकि भारतीय रेल आमजन की संपत्ति है

रेलवे के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने निकाला मशाल जुलूस
गंगापुर सिटी।
रेलवे के निजीकरण के विरोध में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर आज यह सैकड़ो रेल कर्मचारियों ने हाथों में लाल बैनर, झण्डे और जलती हुई मशालों के साथ रेलवे कॉलोनी में जुलूस निकाला गया। केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में जोशीले नारे लगाते हुए सैकड़ों रेल कर्मचारीयों ने आज रेलगाडिय़ों को प्राइवेट ऑपरेटर से चलाने, रेलवे स्टेशन को प्राइवेट कंपनियों के हवाले करने और रेल कर्मचारियों के दिन-प्रतिदिन के कामों का भी एक-एक करके निजीकरण करने से आक्रोशित रेल कर्मचारियों ने अपने नारों के माध्यम से अपनी नाराजगी जाहिर की।
इस अवसर पर यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने कहा कि रेल भारतीय जनता की संपत्ति है भारतीय रेल को रेल कर्मचारियों ने अपने खून-पसीने से सींचकर बनाया है। इसके विकास में आमजन द्वारा दिया गया टैक्स भी शामिल है। ऐसे में कुछ लोग भारतीय रेल को बेचने का निर्णय कैसे कर सकते हैं। यह तो देश के साथ गद्दारी है क्योंकि रेल बेचना, देश बेचने के समान है। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं और आमजन से भी अपील करते हैं कि आमजन की सवारी भारतीय रेल को निजीकरण से बचाने के लिए वो आगे आए और सरकार को अपने निर्णय बदलने के लिए मजबूर करें।
इस अवसर पर यूनियन के मंडल सह सचिव श्रीप्रकाश शर्मा ने कहा कि प्राइवेट कंपनियों की निगाह रेलवे के मलाईदार स्टेशनों एवं मलाईदार गाडिय़ों पर ही है और वह केवल ज्यादा यात्री भार वाले स्टेशनों एवं यात्री गाडिय़ों को खरीदने के मूड में है। प्राइवेट कंपनियों को सिर्फ खुद के फायदे से मतलब है भारतीय रेल और देश के फायदे से उन्हें कुछ लेना-देना नहीं है।
यूनियन के पदाधिकारी हरिप्रसाद मीणा, सुनील जांगिड़, राजेश चाहर, गजानंद शर्मा, आर पी मंगल, शरीफ मोहम्मद, राकेश सोनवाल, परसादी मीना, अशोक कुमार, रोडनी फ्रैंकलीन, भरोसी सैनी, रामराज मीणा, शहनवाज, रहमतुल्लाह, सुधीर गुप्ता, हरिमोहन मीणा, रामनिवास मीणा, लोकेश मीणा, रघुराज सिंह, हेमराज गुर्जर, चंद्रभान मीना, वीरेंद्र मीणा, तरुण यादव, तरुण यादव, सुरेंद्र मिल्की, बृजेश जागा, इमरान खान, विष्णु शर्मा, उदय सिंह गुर्जर, मनमोहन शर्मा, बत्ती लाल मीणा, भंवर सिंह मीणा, हरिमोहन गुर्जर, आदिल खान, बताती लाल बैरवा, नदीम मोहम्मद, जुनैद खान, मनोज कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।