Sharadiya Navratri 2025 Ghatasthapana 22 सितंबर 2025 को भारत में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना के साथ हुई। यह पर्व मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का प्रतीक है, जो शक्ति, भक्ति और आत्मशुद्धि का संदेश देता है। इस वर्ष नवरात्रि का शुभारंभ सोमवार को हुआ, जिससे मां दुर्गा का आगमन गज वाहन पर माना गया — जो समृद्धि और शांति का संकेत है।
🟨 घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
Sharadiya Navratri 2025 Ghatasthapana
घटस्थापना का मुख्य मुहूर्त सुबह 6:09 AM से 8:06 AM तक रहा, जबकि वैकल्पिक अभिजीत मुहूर्त 11:49 AM से 12:38 PM तक था। इस दौरान भक्तों ने मिट्टी, तांबे या चांदी के कलश में पवित्र जल, आम के पत्ते और नारियल रखकर मां दुर्गा का आह्वान किया।
🟨 पूजा विधि और संकल्प
भक्तों ने दीप प्रज्वलित कर मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष संकल्प लिया कि वे नौ दिनों तक व्रत, पूजा और साधना करेंगे। घरों और मंदिरों में जवारे बोए गए, जो शक्ति और उर्वरता का प्रतीक माने जाते हैं।
🟨 मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना
Sharadiya Navratri 2025 Ghatasthapana
हर दिन मां दुर्गा के एक रूप की पूजा की जाती है — शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री। प्रत्येक रूप जीवन के एक पहलू को दर्शाता है।
🟨 सांस्कृतिक उत्सवों की शुरुआत
उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और गुजरात में गरबा, दांडिया, और जागरण जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है। बाजारों में पूजा सामग्री, वस्त्र और सजावट की धूम है।
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🟨 आध्यात्मिकता और सामाजिक एकता
नवरात्रि केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता, नारी शक्ति, और आध्यात्मिक जागरण का प्रतीक है। यह पर्व हमें आत्मशुद्धि, संयम और सेवा का संदेश देता है।
