खेडला की ढाणी में सौर ऊर्जा आधारित ‘सोलर पनघट’ का शुभारंभ
सड़क का पुरा ( Gangapur city)। ग्रामीण समुदायों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। मंगलवार को ग्राम खेडला की ढाणी, ब्लॉक सड़कपुरा में सौर ऊर्जा आधारित ‘सोलर पनघट’ का शुभारंभ किया गया। यह परियोजना अर्पण सेवा संस्थान और एलटीआई माइंडट्री फाउंडेशन के सहयोग से एकीकृत ग्राम विकास परियोजना के अंतर्गत संचालित की जा रही है।
उद्घाटन समारोह में एलटीआई माइंडट्री फाउंडेशन सीएसआर के सीनियर मैनेजर श्री विपिन विजयान और अर्पण सेवा संस्थान के सहायक निदेशक (प्रोग्राम) डॉ. चन्द्रशेखर मीणा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर ग्राम विकास समिति के सदस्य, ग्रामीणजन और परियोजना दल के सदस्य भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
“समुदाय और संस्थान का समन्वय ही सबसे बड़ी ताकत” — विपिन विजयान
विपिन विजयान ने कहा, “अर्पण सेवा संस्थान और एलटीआई माइंडट्री फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से ग्रामीण समुदायों में बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ स्थायी विकास को बढ़ावा मिल रहा है। समुदाय और संस्थान के बीच सशक्त समन्वय इस पहल की सबसे बड़ी ताकत है।” उन्होंने बताया कि यह सोलर पनघट पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होगा, जिससे बिजली की बचत होगी और ग्रामीणों को निरंतर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध रहेगा।
महिलाओं को मिलेगा विशेष लाभ
इस परियोजना से गांव की महिलाओं को विशेष लाभ मिलने की उम्मीद है, जिन्हें अब दूर से पानी लाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे उनके समय और श्रम की बचत होगी और वे अन्य उत्पादक कार्यों में योगदान दे सकेंगी।
“सौर ऊर्जा से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम” — डॉ. चन्द्रशेखर मीणा

डॉ. मीणा ने कहा, “यह पहल न केवल स्वच्छ पेयजल की समस्या का समाधान है, बल्कि सौर ऊर्जा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सार्थक कदम है। विकास की हर योजना में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है — जब समुदाय मिलकर काम करता है, तभी सच्चा विकास संभव होता है।”
परियोजना से जुड़े लाभ
परियोजना के तहत 2 राजकीय विद्यालयों और 2 समुदायों में सौर ऊर्जा आधारित पेयजल प्रणाली स्थापित की गई है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों और विद्यार्थियों को स्वच्छ जल की सतत उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी।
गांववासियों ने इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की और आश्वासन दिया कि वे इस सुविधा की देखभाल और रखरखाव में पूर्ण सहयोग देंगे। इस पहल से प्रेरित होकर आस-पास के गांवों में भी ऐसी परियोजनाएं शुरू करने की मांग उठने लगी है।
समारोह के अंत में सभी उपस्थितजनों ने मिलकर गांव के सतत विकास और सामुदायिक एकता को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
