झोलाछाप बने डॉक्टरों पर होगी कडी कार्यवाही, किया टीमों का गठन

गंगापुर सिटी। जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर के निर्देशानुसार एसडीएम अनिल चौधरी के द्वारा उपखण्ड गंगापुर सिटी में झोलाछाप डॉक्टर जिनके पास कोई मेडीकल प्रेक्टिस सर्टिफिकेट नहीं है, की जांच हेतु ग्राम पंचायत वाईज टीम का गठन कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना के संक्रमण काल में सक्रिय हो रहे और गाँवों के भोले-भाले लोगों की अज्ञानता का फायदा उठाकर उनको परेशानी में डालने वाले झोलाछाप डॉक्टर पर कार्यवाही करने के लिए 26 टीमों का गठन किया है जो ऐसे डॉक्टरों की सूची तैयार कर उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करेगी। इस टीम में भू-अभिलेख निरीक्षक, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, थानाधिकारी, बीट कॉन्सटेबल एवं संबधित ग्राम की एएनएम शामिल है।
एसडीएम अनिल चौधरी ने विभिन्न गाँवों का दौरा कर पाए गए ऐसे झोलाछाप डॅाक्टर के खिलाफ कार्यवाही की। उन्होंने उपखंड के समस्त निवासियों को भी सचेत करते हुए कहा कि किसी प्रकार की बीमारी होने पर रजिस्टर्ड डॉक्टर से ही इलाज कराने की सलाह दी, क्योंकि झोलाछाप डॉक्टर को किसी प्रकार का अनुभव नहीं होता है। गलत दवाई दे सकते हैं, जिससे इस समय चल रहे कोरोना संक्रमण के प्रसार में वृद्धि हो सकती है और गलत दवाई का उपयोग करने पर मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों से सचेत रहकर किसी सरकारी चिकित्सा सुविधा केन्द्र अथवा रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर से ही अपना उपचार करवाएं।

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होम आइसोलेशन उल्लंघन के मामलो को लेकर एसडीएम अनिल चौधरी ने होम आइसोलेशन प्रभारी, ग्राम स्तरीय कोर कमेटी, थानाधिकारी एवं शहरी क्षेत्र में कार्यशील विशेष कोरोना दल को निर्देशित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित एवं कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों के होम आइसोलेशन की कडाई से पालना कराया जाना सुनिश्चित करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने होम आइसोलेट व्यक्तियों से भी आग्रह किया है कि निर्धारित अवधि तक होम आइसोलेशन में ही रहें, क्योंकि उनकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर निगरानी रखी जा रही है, जिसका उल्लंघन करते पाए जाने पर उन्हें संस्थागत क्वारेंटाइन किया जा सकता है। बार-बार पुनरावृति किए जाने पर एफआईआर दर्ज कराकर दण्डात्मक कार्यवाही भी की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि उपखण्ड में प्रतिदिन लगभग 100 से अधिक व्यक्तियों द्वारा होम आइसोलेशन उल्लंघन के मामले सामने आ रहे हंै जो चिन्ता का विषय है, क्योंकि इससे कोरोना के प्रसार की संभावना अधिक रहती है। अत: ऐसे व्यक्तियों को चिह्नित कर उन्हें चेतावनी दी गई है एवं पुनरावृति पर होने वाली दण्डात्मक कार्यवाही से अवगत कराया है।
उन्होंने क्षेत्र में नियुक्त बीएलओ, एएनएम, आंगनबाडी कार्यकर्ता, बीट कॉन्सटेबल, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि क्षेत्र में कडी निगरानी की जाए और होम आइसोलेशन के लिए लोगों को पाबन्द किया जाए और उल्लंघन करने पर की जाने वाली ंकार्यवाही से लोगों को अवगत कराएं।