विद्यार्थियों के लिए डिजिटल सुरक्षा और साइबर अवेयरनेस: ऑनलाइन दुनिया में सतर्कता ज़रूरी

“स्कूल में डिजिटल एथिक्स सेशन”

Cyber Safety for Students India— डिजिटल शिक्षा और स्मार्टफोन की बढ़ती पहुँच ने छात्रों को इंटरनेट से जोड़ दिया है। ऑनलाइन क्लास, ई-लर्निंग ऐप्स, सोशल मीडिया और गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म अब विद्यार्थियों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन इसी के साथ साइबर खतरों का जोखिम भी बढ़ गया है — जैसे डेटा चोरी, साइबरबुलिंग, फिशिंग और ऑनलाइन फ्रॉड। ऐसे में डिजिटल सुरक्षा और साइबर अवेयरनेस अब शिक्षा का अनिवार्य हिस्सा बन गई है।

Cyber Safety for Students India

विशेषज्ञों का मानना है कि छात्रों को साइबर hygiene, पासवर्ड सुरक्षा, और सोशल मीडिया व्यवहार की जानकारी देना ज़रूरी है। कई बार छात्र अनजाने में संदिग्ध लिंक पर क्लिक कर देते हैं या निजी जानकारी साझा कर बैठते हैं — जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है। स्कूलों में अब “साइबर सुरक्षा वर्कशॉप”, “डिजिटल एथिक्स सेशन” और “इंटरनेट सेफ्टी गाइड” जैसे कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं।

भारत सरकार की पहल जैसे Cyber Surakshit Bharat, Digital India, और Information Security Education & Awareness (ISEA) विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में मदद कर रही हैं। साथ ही, NCERT और CBSE ने भी अब डिजिटल सुरक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया है — जिससे छात्र ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहना सीख सकें। कई राज्य सरकारें भी स्कूल स्तर पर साइबर अवेयरनेस अभियान चला रही हैं।

Read More: पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य का संबंध: संतुलन से ही मिलती है सफलता

छात्रों को यह समझना ज़रूरी है कि इंटरनेट पर हर जानकारी साझा करना सुरक्षित नहीं होता। उन्हें सिखाया जाना चाहिए कि कैसे प्राइवेसी सेटिंग्स का उपयोग करें, अनजान लोगों से संवाद से बचें, और साइबरबुलिंग की रिपोर्ट करें। साथ ही, अभिभावकों और शिक्षकों को भी चाहिए कि वे बच्चों के डिजिटल व्यवहार पर संवाद करें, न कि केवल निगरानी रखें।

Cyber Safety for Students India

निष्कर्षतः, डिजिटल सुरक्षा अब केवल तकनीकी विषय नहीं, बल्कि छात्रों की सुरक्षा और आत्मसम्मान से जुड़ा मुद्दा है। जब विद्यार्थी साइबर अवेयरनेस के साथ इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तब वे न केवल सुरक्षित रहते हैं, बल्कि डिजिटल दुनिया में आत्मविश्वास से आगे बढ़ते हैं। यही है स्मार्ट शिक्षा की असली पहचान।