Telegram पर छह देशों में प्रतिबंध, सुरक्षा और राजनीतिक कारणों से उठाया गया कदम

नई दिल्ली। इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप Telegram, जो अपनी एन्क्रिप्शन और प्राइवेसी के लिए जाना जाता है, आज दुनिया के छह देशों में पूरी तरह प्रतिबंधित है। यह ऐप कई बार राजनीतिक असंतोष, विरोध प्रदर्शनों और चरमपंथी संगठनों के संचार माध्यम के रूप में इस्तेमाल हुआ है, जिसके चलते सरकारों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए बैन कर दिया।

🌍 Telegram पर प्रतिबंध लगाने वाले प्रमुख देश

देशप्रतिबंध वर्षकारण
चीन2015मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा उपयोग, राष्ट्रीय सुरक्षा
ईरान2018विरोध प्रदर्शनों और “अनैतिक कंटेंट” का प्रसार
वियतनाम2025सरकार विरोधी दस्तावेज़ और गलत जानकारी का प्रसार
पाकिस्तानआवधिकसुरक्षा चिंताएं और स्थानीय नियमों का उल्लंघन
थाईलैंड2020सरकार विरोधी प्रदर्शनों के लिए उपयोग
यूक्रेन2024रूसी जासूसी खतरे के चलते सरकारी उपयोग पर रोक

Read More : जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के बिहार में प्रवेश की खबर पर पुलिस ने किया इंकार

🔐 Telegram क्यों है विवादों में

  • एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के कारण सरकारें संचार पर निगरानी नहीं रख पातीं
  • राजनीतिक कार्यकर्ता, असंतुष्ट समूह और चरमपंथी संगठन इसका उपयोग करते हैं
  • फेक न्यूज़, अफवाहें और गुप्त योजनाएं फैलाने का माध्यम बनता है