देशभक्ति की भावना से सराबोर हुआ विद्यालय परिसर, विद्यार्थियों ने एक साथ गाया राष्ट्रीय गीत
बामनवास। शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार के आदेशों की अनुपालना में ज्योति शिक्षण संस्थान उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं वर्धमान कोचिंग सेंटर, पिपलाई के संयुक्त तत्वावधान में भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के सभी विद्यार्थी, अध्यापक-अध्यापिकाएँ एवं अन्य कर्मचारी सुबह 10:15 बजे विद्यालय प्रांगण में एक साथ एक स्वर में “वंदे मातरम” का गायन करते हुए देशभक्ति की भावना में डूब गए। विद्यालय परिसर देशप्रेम और उत्साह के माहौल से गूंज उठा।

देशभक्ति का प्रतीक है ‘वंदे मातरम’ — अखलेश गुर्जर
इस अवसर पर ज्योति शिक्षण संस्थान के निदेशक अखलेश गुर्जर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाकर हम उस गीत का सम्मान कर रहे हैं, जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जन-जागरण की भावना को जन्म दिया। यह गीत देशप्रेम और राष्ट्रीय एकता का अमर प्रतीक है।”
शिक्षा विभाग की सराहनीय पहल — एकता जैन
वर्धमान कोचिंग सेंटर की निदेशक एकता जैन ने कहा कि शिक्षा विभाग की यह पहल देश के सबसे प्रिय प्रतीकों में से एक को सम्मानित करने का सुनहरा अवसर है।
उन्होंने कहा,
“ऐसे आयोजन विद्यालयों में देशभक्ति की सामूहिक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देते हैं और विद्यार्थियों में एकता एवं गर्व की भावना जगाते हैं।”
कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकगण
इस मौके पर प्रधानाध्यापिका कृपा गुर्जर, अध्यापक मुकेश मीणा, करण गुर्जर, गणेश योगी, तथा अध्यापिकाएँ गायत्री गौड़, सुशीला सैनी, संगीता सैनी और मालती गौड़ सहित सभी शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारी उपस्थित रहे। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और सामूहिक चेतना को प्रोत्साहित करना रहा।
‘वंदे मातरम’ के स्वर में जब सैकड़ों आवाजें एक साथ गूंज उठीं, तो वातावरण राष्ट्रप्रेम की भावना से भर गया।
