हैरतअंगेज कारनामों से गूँजा मैदान, आर्यवीर दल गंगापुर सिटी ने विजयादशमी पर्व पर किया शौर्य प्रदर्शन

मुख्य अतिथि डॉ. मोक्षराज आर्य एवं विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी, 150 आर्यवीर और वीरांगनाओं ने दिखाए आत्मरक्षा और शौर्य के अद्भुत करतब

गंगापुर सिटी। विजयादशमी पर्व के अवसर पर आर्यवीर दल गंगापुर सिटी के तत्वावधान में गुरुवार प्रातः 6:30 बजे से 8:00 बजे तक श्री जी मंदिर स्थित बजाजा ट्रस्ट मैरिज होम में भव्य शौर्य प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक राष्ट्र प्रार्थना और अतिथियों के स्वागत से हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. मोक्षराज आर्य, कार्यक्रम अध्यक्ष रोहित त्रिवेदी (डायरेक्टर एस.वी.पी.एस. स्कूल) और विशिष्ट अतिथि नगर परिषद सभापति शिवरतन अग्रवाल, आर्यवीर दल के राष्ट्रीय संरक्षक पंडित मदनमोहन आर्य, सह मंत्री संजय आर्य, प्रांतीय कोषाध्यक्ष रेणु आर्या सहित अन्य गणमान्य अतिथियों का दुपट्टा उड़ाकर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर लगभग 150 आर्यवीर और वीरांगनाओं ने सर्वांग सुंदर व्यायाम, जूडो-कराटे, लाठी, भाला, रण मार, दो दीक, आसन, पिरामिड, सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, तलवारबाजी, आग का गोला, आग का दरिया, लोहे की सरिए की स्प्रिंग तोड़ना, पीतल की थाली फाड़ना जैसे हैरतअंगेज कारनामों का प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इन शौर्य प्रदर्शनों को देखकर दर्शकों ने दाँतों तले उंगली दबा ली और पूरा मैदान जोश और उत्साह से गूंज उठा।

मुख्य अतिथि डॉ. मोक्षराज आर्य ने कहा कि “आज के समय में आर्यवीर दल जैसे संगठनों की समाज में अत्यंत आवश्यकता है। यहाँ बच्चों को न केवल आत्मरक्षा और शारीरिक प्रशिक्षण मिलता है बल्कि नैतिक शिक्षा और चरित्र निर्माण की भी सीख दी जाती है। हमें अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए उन्हें ऐसे संगठनों से जोड़ना चाहिए।”

विशिष्ट अतिथि शिवरतन अग्रवाल ने कहा कि आर्यवीर दल का मुख्य उद्देश्य संस्कृति रक्षा, शक्ति संचय और सेवा कार्य है, जो समाज के उत्थान के लिए अत्यंत आवश्यक है। वहीं कार्यक्रम अध्यक्ष रोहित त्रिवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “शांति पूर्ण समाज की स्थापना तभी संभव है जब हम आत्मरक्षा के लिए पूर्ण रूप से सक्षम हों और जरूरत पड़ने पर शस्त्र उठाने का साहस दिखा सकें।”

कार्यक्रम का सफल संचालन प्रदीप आर्य ने किया और अंत में सभी अतिथियों एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन ध्वज गान के साथ किया गया।

इस अवसर पर गिरीश आर्य, नरेंद्र आर्य, पंडित मदन मोहन आर्य, ओमेंद्र सिंह राजपूत, प्रवीण शर्मा, भरत नामा, देवेंद्र आर्य, मदन मोहन बजाज, सुमन आर्य, मनोज आर्य, रेणु आर्य, राजेश आर्य, सीए अभिषेक बंसल, बबीता आर्या, सुनीता आर्या, आशुतोष आर्य सहित सैकड़ों की संख्या में श्रोता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।