डीए फ्रीज करने के खिलाफ डब्ल्यूसीआरईयू का पीएम को ईमेल भेजने का सिलसिला जारी, बुधवार को 5 हजार ईमेल भेजे

गंगापुर सिटी। डीए फ्रीज करने के खिलाफ डबलूसीआरईयू का आंदोलन जारी है। इस आंदोलन के प्रथम चरण में 28 अप्रैल से 3 मई तक प.म.र.े के तीनों रेल मंडलों के कर्मचारियों ने काली पट्टी धारण कर काम किया, वहीं दूसरे चरण में 4 मई से 10 मई के बीच प्रधानमंत्री को 50 हजार ई-मेल भेजने का आंदोलन शुरू किया गया है। इस आंदोलन के दूसरे दिन बुधवार को 5 हजार ई-मेल कोटा, जबलपुर व भोपाल रेल मंडल से किये गये।
डबलूसीआरईयू के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि डब्ल्यूसीआरईयू द्वारा प्रधानमंत्री भारत सरकार को 50 हजार ईमेल भेज कर केन्द्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते तथा सेवानिवृत कर्मचारियों के महंगाई राहत को रोके जाने के अनैतिक निर्णय को वापस लिये जाने में बुधवार को पूरे कोटा मंडल की समस्त शाखाओं द्वारा 1800 ईमेल माननीय प्रधानमंत्री, रेलमंत्री, वित्तमंत्री एवं एआईआरएफ को भेजे गए।
इसी तरह भोपाल से 1700 ईमेल तथा जबलपुर मंडल द्वारा 1500 ई-मेल किये गये। बुधवार को सेवानिवृत रेलकर्मचारियों ने भी अपने मोबाईल से प्रधानमंत्री को ईमेल कर महंगाई राहत के इस अनैतिक निर्णय को वापस लेने का आग्रह किया।
यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने समस्त रेलकर्मचारियों व सेवानिवृत रेलकर्मचारियों से अपील की है ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्रधानमंत्री को ईमेल कर महंगाई भत्ता व मंहगाई राहत का अनैतिक निर्णय वापस लिया जाने की मांग की जाए।
लॉकडाउन में भी 24 घंटे शिद्दत से काम कर रहे कर्मचारी
यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि इस कोरोना महामारी में कार्यरत रेलकर्मचारी दिन-रात मौत की परवाह किये बगैर 24 घंटे अपनी सेवाएं देने का कार्य कर रहे है एवं पूरे देश को दिन प्रतिदिन की खाद्य सामग्री, दवाईयां, मेडीकल उपकरण, बिजली घरों का कोयला, आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति कर रहे हैं। ऐसे संकट के समय कर्मचारियों को प्रोत्साहन देने की बजाय मंहगाई भत्ते की आर्थिक कटौती करने का अनैतिक निर्णय लिया है। इस अनैतिक निर्णय से सभी रेलकर्मचारियों व सेवानिवृत रेलकर्मचारियों में भारी आक्रोश है।