
Yogi Adityanath Bahraich Wolf Crisis: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बहराइच के भेड़िया प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और पीड़ित ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएँ सुनीं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि भेड़िया पकड़ना संभव न हो, तो वन विभाग शूटर बुलाकर उसे मारने की कार्रवाई करे। उन्होंने कहा, “लोगों को इस आतंक से मुक्ति मिलनी चाहिए।”
🛩️ हवाई सर्वेक्षण और पीड़ितों से संवाद
Yogi Adityanath Bahraich Wolf Crisis
मुख्यमंत्री ने ग्रामसभा मंझारा, तौकली और कैसरगंज में जाकर मानव-वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन सरकार’ हर पीड़ा में साथ खड़ी है। प्रशासन को निर्देश दिए गए कि घायलों के उपचार की व्यवस्था की जाए और सांसद-विधायक के माध्यम से पीड़ित परिवारों को तत्काल ₹50,000 की सहायता दी जाए।
🐺 भेड़िया आतंक और पूर्व कार्रवाई
सीएम योगी ने बताया कि पहले महसी क्षेत्र में इसी तरह का आतंक फैला था, जहाँ से छह भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर भेजा गया था। इस बार कैसरगंज क्षेत्र प्रभावित है। उन्होंने कहा कि घाघरा नदी के जलस्तर बढ़ने पर भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे वन्यजीव अपनी मांद छोड़कर मानव बस्तियों की ओर आ जाते हैं और बच्चों व कमजोर लोगों पर हमला करते हैं।
🆘 आपदा श्रेणी में रखा गया संघर्ष
सरकार ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को आपदा की श्रेणी में रखा है। मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख की सहायता राशि दी गई है। घायलों को उपचार और आर्थिक मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूरे क्षेत्र में 21 कार्यबल गठित किए गए हैं, जो जनजागरण और वन्यजीवों से बचाव के उपायों पर काम कर रहे हैं।
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🇮🇳 निष्कर्ष
Yogi Adityanath Bahraich Wolf Crisis
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रियता और सख्त निर्देशों से स्पष्ट है कि सरकार वन्यजीवों के आतंक से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह कदम न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि पीड़ितों को राहत और विश्वास भी प्रदान करता है।