चिकित्सा इतिहास में सफलता: इंसान के शरीर में सूअर के फेफड़ों का ट्रांसप्लांट

पहली बार इंसान में सूअर के फेफड़ों का ट्रांसप्लांट

चिकित्सा जगत में वैज्ञानिकों ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पहली बार इंसान के शरीर में सूअर के फेफड़ों का प्रत्यारोपण किया गया।

ब्रेन-डेड मरीज पर प्रयोग

यह ऐतिहासिक प्रयोग एक ब्रेन-डेड मरीज पर किया गया। शुरुआती सूजन के बावजूद सूअर के फेफड़े 9 दिनों तक जीवित रहे।

ज़ेनोट्रांसप्लांटेशन की ओर कदम

वैज्ञानिकों का कहना है कि यह उपलब्धि भविष्य के ज़ेनोट्रांसप्लांटेशन के लिए राह खोलेगी। अलग प्रजातियों के बीच अंग प्रत्यारोपण अब संभव दिखता है।

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अभी मरीजों पर उपयोग नहीं

शोधकर्ताओं ने बताया कि यह तकनीक अभी पूरी तरह तैयार नहीं है। फिलहाल यह सीधे मरीजों के इलाज में इस्तेमाल नहीं हो सकती।

नई जानकारी का स्रोत

प्रयोग से वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। इससे अंग प्रत्यारोपण से जुड़ी कई चुनौतियों का समाधान खोजने में मदद मिलेगी।

अंग प्रत्यारोपण का भविष्य

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह प्रयोग चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। लाखों मरीजों को अंग की कमी से राहत मिल सकती है।