जयपुर। गोविंदगढ़ निवासी 18 वर्षीय रोहन शर्मा, जो 24 अगस्त को सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उनकी 27 अगस्त की रात को ब्रेनडेड घोषित होने के बाद परिजनों ने अंगदान की सहमति दी। सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (SMS) में हुए कैडेवर ट्रांसप्लांट के जरिए तीन मरीजों को नया जीवन मिला।
🧠 कैसे हुआ हादसा और अंगदान
- हादसा: 24 अगस्त को रोड एक्सीडेंट
- इलाज स्थल: SMS ट्रॉमा सेंटर, जयपुर
- ब्रेनडेड घोषित: 27 अगस्त की रात
- अंगदान की सहमति: दो दिन की काउंसलिंग के बाद परिजनों ने दी
- दान किए गए अंग:
- दोनों किडनियां
- लिवर
- हार्ट का दान नहीं किया गया
🏥 चिकित्सकीय टीम और सहयोग
| नाम | भूमिका |
|---|---|
| डॉ. मनीष अग्रवाल | नोडल ऑफिसर, अंगदान समन्वयक |
| डॉ. दीपक माहेश्वरी | प्रिंसिपल, SMS हॉस्पिटल |
| डॉ. सुशील भाटी | हॉस्पिटल अधीक्षक |
| डॉ. चित्रा सिंह | ऑप्टिमाइजेशन प्रभारी |
| रामप्रसाद मीणा | कोऑर्डिनेटर प्रभारी |
📢 नोडल ऑफिसर का बयान
“हमारी टीम के दो दिन के प्रयास के बाद परिजनों ने अंगदान की सहमति दी। यह एक प्रेरणादायक निर्णय है, जिससे तीन लोगों को नया जीवन मिला।” — डॉ. मनीष अग्रवाल
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🕊️ सम्मान और संवेदना
- रोहन की पार्थिव देह को सम्मानपूर्वक परिजनों को सौंपा गया
- अंगदान के जरिए रोहन ने मृत्यु के बाद भी जीवन का संदेश दिया
- SMS हॉस्पिटल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में ट्रांसप्लांट किया गया
