
Onam Thiruvonam 2025 ओणम, केरल का सबसे भव्य और लोकप्रिय पर्व, इस वर्ष 5 सितंबर 2025 को थिरुवोणम के साथ चरम पर पहुंचा। यह पर्व राजा महाबली की प्रतीकात्मक वापसी और भगवान विष्णु के वामन अवतार की स्मृति में मनाया जाता है।
🟨 महाबली की वापसी की मान्यता
पौराणिक कथा के अनुसार, राजा महाबली का शासन न्याय, समृद्धि और समानता से भरा था। भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर उन्हें पाताल भेजा, लेकिन उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें हर वर्ष अपनी प्रजा से मिलने का वरदान दिया गया। ओणम इसी प्रतीकात्मक वापसी का उत्सव है।
🟨 थिरुवोणम का विशेष महत्व
Onam Thiruvonam 2025
थिरुवोणम ओणम पर्व का सबसे पवित्र और उत्सवमय दिन होता है। इस दिन लोग सुबह जल्दी उठकर घर की सफाई करते हैं, रंग-बिरंगे फूलों से पुक्कलम सजाते हैं और पारंपरिक वेशभूषा में सजकर उत्सव मनाते हैं। महिलाएं थिरुवातिराकली नृत्य करती हैं और बच्चे पारंपरिक खेलों में भाग लेते हैं।
🟨 ओणम साद्य: भोज का उत्सव
ओणम साद्य एक पारंपरिक भोज है जिसमें केले के पत्ते पर 26 से अधिक व्यंजन परोसे जाते हैं। इसमें अवियल, सांभर, पायसम, ओलन, और अन्य स्वादिष्ट व्यंजन शामिल होते हैं। यह भोज परिवार और समुदाय की एकता का प्रतीक है।
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🟨 सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
राज्यभर में नौका दौड़, कथकली नृत्य, पुलिकली (बाघ नृत्य) और संगीत समारोह आयोजित किए गए। मंदिरों में विशेष पूजा और दीप सज्जा की गई, जिससे पूरा राज्य उत्सवमय हो गया।
🟨 एकता और समृद्धि का संदेश
Onam Thiruvonam 2025
ओणम केवल एक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक गर्व, सामाजिक समरसता, और आध्यात्मिक श्रद्धा का प्रतीक है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि न्यायप्रियता, भक्ति और सेवा से समाज में स्थायी समृद्धि लाई जा सकती है।