
अगर समय पर इलाज हो तो बचाई जा सकती है जान
रेबीज ऐसी बीमारी है जो एक बार लक्षण दिखने के बाद लगभग 100% मौत का कारण बनती है। WHO का कहना है कि गंभीर लक्षण आने के बाद मरीज को बचाना संभव नहीं होता। इसलिए समय पर टीकाकरण बेहद जरूरी है।
वायरस कैसे फैलता है?
संक्रमित जानवर के काटने से वायरस शरीर में प्रवेश करता है। पहले यह खून और टिश्यूज को प्रभावित करता है और धीरे-धीरे नसों के जरिए दिमाग तक पहुंचता है। दिमाग में पहुंचने के बाद मरीज 5 से 15 दिनों के भीतर मौत का शिकार हो सकता है।
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वैक्सीनेशन शेड्यूल
पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, संक्रमित जानवर के काटने के 24 से 72 घंटों के भीतर पहला टीका लगना अनिवार्य है। WHO के मुताबिक –
- पहला डोज़: 24–72 घंटे के भीतर
- दूसरा डोज़: 3 दिन बाद
- तीसरा डोज़: 7 दिन बाद
- चौथा डोज़: 14 दिन बाद
- जरूरत पड़ने पर 28वें दिन भी डोज़ दिया जा सकता है।
यह शेड्यूल बच्चों और बड़ों दोनों पर लागू होता है।
जरूरी सावधानियां
- घाव पर सिर्फ चाटने से भी वैक्सीनेशन जरूरी है।
- पूरा कोर्स करना अनिवार्य है, बीच में रोकना खतरनाक है।
- घरेलू नुस्खों पर भरोसा न करें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।