नई दिल्ली। राज्य मंत्री ने संसद में खुलासा किया कि सरकार ने GST दरों की कटौती से होने वाले राजस्व घाटे का अब तक कोई विस्तृत आकलन नहीं किया है।
केंद्र ने हाल ही में कई वस्तुओं पर टैक्स घटाकर 5% और 18% स्लैब में समेकित किया है।
वहीं लक्ज़री और नशा उत्पादों पर 40% तक का टैक्स लगाने का प्रस्ताव है।
इसके अलावा स्वास्थ्य सेवाओं और जीवन बीमा प्रीमियम को GST से मुक्त करने पर भी विचार किया जा रहा है।माना जा रहा है कि इन मुद्दों पर फैसला GST परिषद दीवाली से पहले ले सकती है. हालांकि, सरकार के पास अभी तक घाटे का सटीक अनुमान उपलब्ध नहीं है।
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आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति राजकोषीय संतुलन पर दबाव डाल सकती है।
वहीं उद्योग जगत को उम्मीद है कि टैक्स दरों में कटौती से डिमांड और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
