सेल्फ-ड्राइविंग कार्स: क्या भविष्य अब बहुत पास है?

“ADAS सिस्टम से लैस कार का डैशबोर्ड इंटरफेस”

Autonomous Vehicles India: क्या आप कभी ऐसी कार में बैठे हैं जो खुद चलती है, मोड़ लेती है, ब्रेक लगाती है — और आपको सिर्फ बैठकर सफर का आनंद लेना होता है? यही है सेल्फ-ड्राइविंग कार्स का सपना — जो अब धीरे-धीरे हकीकत बनता जा रहा है। लेकिन सवाल है: क्या हम वाकई उस भविष्य के करीब हैं?

2025 में अमेरिका, चीन और यूरोप जैसे देशों में रोबोटैक्सी, ऑटोनॉमस ट्रक और एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) तेजी से विकसित हो रहे हैं। भारत में भी EV और स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम के साथ-साथ ऑटोमेशन की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। लेकिन पूरी तरह से सेल्फ-ड्राइविंग कार्स (Level 5 autonomy) अभी भी तकनीकी, कानूनी और सामाजिक चुनौतियों से जूझ रही हैं।

🚗 सेल्फ-ड्राइविंग टेक्नोलॉजी: कहाँ तक पहुँचे हैं हम?

Autonomous Vehicles India

🔢 ऑटोनॉमी का स्तर🚘 विशेषताएँ📍 स्थिति 2025 में
Level 1क्रूज़ कंट्रोल, ब्रेक असिस्टआम कारों में उपलब्ध
Level 2लेन की पहचान, ऑटो ब्रेकिंगTesla, Hyundai जैसी कारों में
Level 3कुछ परिस्थितियों में कार खुद चल सकती हैसीमित मॉडल्स में परीक्षण
Level 4बिना ड्राइवर के शहर में सीमित संचालनरोबोटैक्सी और शटल्स में प्रयोग
Level 5पूरी तरह से ऑटोनॉमस — कोई ड्राइवर नहीं चाहिएअभी रिसर्च और डेवेलपमेंट में

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🧠 चुनौतियाँ जो अभी बाकी हैं

  • सुरक्षा और विश्वसनीयता: AI को हर परिस्थिति में सही निर्णय लेना आना चाहिए
  • कानूनी ढांचा: दुर्घटना की ज़िम्मेदारी, बीमा और ट्रैफिक नियमों का पुनः निर्धारण
  • इन्फ्रास्ट्रक्चर: स्मार्ट रोड्स, सेंसर नेटवर्क और 5G कनेक्टिविटी
  • यूज़र ट्रस्ट: लोग क्या वाकई बिना ड्राइवर के कार में बैठना चाहेंगे?

🇮🇳 भारत में क्या हो रहा है?

Autonomous Vehicles India

  • EV और ADAS टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ रहा है
  • IITs और स्टार्टअप्स सेल्फ-ड्राइविंग एल्गोरिदम पर काम कर रहे हैं
  • स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ट्रैफिक ऑटोमेशन की पहल
  • लेकिन अभी तक पूरी तरह ऑटोनॉमस कार्स आम उपयोग में नहीं आई हैं