Teachers Day 2025: शिक्षा के स्तंभों को सम्मान देने का दिन

Teachers Day 2025 पर छात्रों द्वारा शिक्षकों को सम्मानित करते हुए दृश्य
Teachers Day 2025: शिक्षा के स्तंभों को सम्मान देने का दिन

Teachers Day 2025 हर साल 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के दूसरे राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाया जाता है। 2025 की थीम है: “अगली पीढ़ी के शिक्षार्थियों को प्रेरित करना”।

🟨 शिक्षक दिवस का महत्व

भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन देश के दूसरे राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा था, “यदि मेरा जन्मदिन मनाना चाहते हो, तो उसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाओ।”

🟨 2025 की थीम: प्रेरणा और नवाचार

Teachers Day 2025

इस वर्ष की थीम है “अगली पीढ़ी के शिक्षार्थियों को प्रेरित करना”। इसका उद्देश्य शिक्षकों को नवाचार, रचनात्मकता और आत्मविश्वास के साथ छात्रों को मार्गदर्शन देने के लिए प्रेरित करना है।

🟨 स्कूलों में उत्सव का माहौल

देशभर के स्कूलों और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता, और छात्रों द्वारा शिक्षकों की भूमिका निभाने जैसे आयोजन हुए। शिक्षकों को सम्मान पत्र, उपहार और पुष्प भेंट किए गए।

🟨 सरकार की पहल

शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए सरकार ने NISHTHA प्रशिक्षण कार्यक्रम, राष्ट्रीय शिक्षक मानक (NPST) और राष्ट्रीय मेंटरिंग मिशन (NMM) जैसे कई योजनाएं शुरू की हैं। इनका उद्देश्य शिक्षकों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ना है।

🟨 शिक्षक: समाज के निर्माता

शिक्षक केवल पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाते, वे मूल्य, अनुशासन और दृष्टिकोण भी सिखाते हैं। वे बच्चों को जीवन के लिए तैयार करते हैं और समाज को दिशा देते हैं। एक अच्छा शिक्षक एक पीढ़ी को बदल सकता है।

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🟨 छात्रों की भावनात्मक भागीदारी

Teachers Day 2025

छात्रों ने अपने शिक्षकों को धन्यवाद देने के लिए कविता पाठ, नृत्य, और संदेश लेखन जैसे भावनात्मक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कई छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि शिक्षक उनके जीवन के सबसे बड़े मार्गदर्शक हैं।

🟨 निष्कर्ष: सम्मान और संकल्प

शिक्षक दिवस 2025 केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक संकल्प का दिन है—कि हम अपने शिक्षकों का सम्मान करें, उनकी भूमिका को समझें और शिक्षा को समाज का सबसे मजबूत स्तंभ बनाएं।