एयरप्लेन मोड, चावल, बैकग्राउंड ऐप्स और फ्रीजर की सच्चाई

नई दिल्ली। स्मार्टफोन आज हर किसी की ज़रूरत बन चुका है, लेकिन इसके इस्तेमाल को लेकर कई भ्रामक धारणाएं भी फैली हुई हैं। लोग मानते हैं कि एयरप्लेन मोड में फोन जल्दी चार्ज होता है, या भीगे फोन को चावल में रखने से वह ठीक हो जाता है। आइए जानते हैं इन आम मिथकों के पीछे की वैज्ञानिक सच्चाई।

🔍 स्मार्टफोन से जुड़े प्रमुख मिथक और सच्चाई

  1. एयरप्लेन मोड में फोन जल्दी चार्ज होता है ✔️ सच्चाई: एयरप्लेन मोड नेटवर्क सर्च बंद करता है, जिससे मामूली बैटरी बचती है, लेकिन चार्जिंग स्पीड पर खास असर नहीं पड़ता। फोन को बंद करने पर चार्जिंग थोड़ी तेज हो सकती है।
  2. बैकग्राउंड ऐप्स बंद करने से बैटरी बचती हैसच्चाई: बार-बार ऐप्स को बंद और खोलने से ज्यादा बैटरी खर्च होती है। RAM में लोडिंग दोहराने से फोन पर दबाव बढ़ता है।
  3. भीगे फोन को चावल में रखने से ठीक हो जाता हैसच्चाई: चावल नमी को पूरी तरह नहीं सोखता और उसके कण फोन के पोर्ट में फंस सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह तरीका नुकसानदायक है4।
  4. खराब बैटरी को फ्रीजर में रखने से ठीक हो जाती हैसच्चाई: लिथियम-आयन बैटरियों को ठंडा करना उनकी केमिकल प्रक्रिया को धीमा कर देता है और बैटरी की उम्र घटा देता है। यह तरीका पूरी तरह से गलत है।

Read More : दुनिया की सबसे घातक बीमारी, भारत में हर साल 20,000 मौतें

📢 क्या करें और क्या न करें

  • फोन को चार्ज करते समय सही चार्जर और केबल का इस्तेमाल करें
  • भीगे फोन को तुरंत बंद करें और विशेषज्ञ से जांच कराएं
  • बैटरी बचाने के लिए स्क्रीन ब्राइटनेस कम करें, लो पावर मोड अपनाएं
  • बैकग्राउंड ऐप्स को बिना जरूरत बार-बार बंद न करें