
नई दिल्ली। कुत्ता, बिल्ली या बंदर जैसे जानवरों के काटने से फैलने वाली बीमारी रेबीज को दुनिया की सबसे जानलेवा बीमारियों में गिना जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, एक बार इसके लक्षण दिखने लगें तो इसका इलाज लगभग नामुमकिन होता है। अब तक पूरी दुनिया में सिर्फ 6 लोग ही रेबीज से बच पाए हैं, जो इस बीमारी की गंभीरता को दर्शाता है।
🧠 रेबीज क्यों है इतना खतरनाक?
- रेबीज वायरस रेबडोबिरिडे फैमिली से आता है
- यह सीधे दिमाग और रीढ़ की हड्डी को निशाना बनाता है
- वायरस दिमाग में पहुंचकर सुरक्षा कवच बना लेता है, जिसे इम्यून सिस्टम नहीं तोड़ पाता
- लक्षणों में हाइड्रोफोबिया, दौरे, और लकवा शामिल हैं
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📉 भारत में स्थिति चिंताजनक
- WHO के अनुसार, भारत में हर साल 18,000–20,000 मौतें रेबीज से होती हैं
- यह आंकड़ा दुनिया भर की कुल मौतों का 36% है
- कारण: स्ट्रे डॉग्स, कम जागरूकता, और वैक्सीन की कमी
🛡️ इलाज नहीं, लेकिन बचाव संभव
- रेबीज का कोई इलाज नहीं, लेकिन 100% बचाव संभव है
- जानवर के काटने के तुरंत बाद एंटी-रेबीज वैक्सीन लेना जरूरी
- घाव छोटा हो या बड़ा, डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें