World Patient Safety Day 2025 हर साल 17 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व रोगी सुरक्षा दिवस इस वर्ष “Safe care for every newborn and every child” थीम के साथ मनाया गया। यह दिन बच्चों की देखभाल में सुरक्षा को प्राथमिकता देने और चिकित्सा प्रणाली में सुधार की वैश्विक अपील है।
🟨 थीम: शुरुआत से सुरक्षा
World Patient Safety Day 2025
इस वर्ष की थीम “Patient safety from the start!” नवजातों और बच्चों के लिए सुरक्षित देखभाल सुनिश्चित करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। बच्चों को उनकी उम्र, वजन, विकास स्तर और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार देखभाल की जरूरत होती है।
🟨 भारत में जागरूकता कार्यक्रम
देशभर के अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य संस्थानों में सेमिनार, फ्री चेकअप कैंप, और माता-पिता के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए। बच्चों की देखभाल में आम गलतियों और उनसे बचाव के उपायों पर चर्चा हुई।
🟨 नारंगी रोशनी से जगमगाए स्मारक
World Patient Safety Day 2025
WHO की अपील पर भारत के कई शहरों में अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों को नारंगी रोशनी से सजाया गया, जो रोगी सुरक्षा का प्रतीक है। यह रोशनी बच्चों की सुरक्षा के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
🟨 नवजात देखभाल में जोखिम
रिपोर्टों के अनुसार, नवजातों को सबसे अधिक खतरा दवा की गलतियों, संक्रमण, और चिकित्सकीय उपकरणों की गड़बड़ी से होता है। एक छोटी सी लापरवाही उनके पूरे जीवन को प्रभावित कर सकती है।
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🟨 भारत की भूमिका और प्रतिबद्धता
भारत ने राष्ट्रीय नवजात स्वास्थ्य मिशन, IMNCI प्रोटोकॉल, और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य योजनाओं के माध्यम से बच्चों की देखभाल को सुरक्षित बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। WHO के साथ मिलकर भारत ने इस वर्ष विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा पर केंद्रित कार्यक्रम चलाए।
