
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े मुख्य सचिव एवं जिला प्रभारी ने दिए परिवादों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश
सवाई माधोपुर। जिला कलेक्ट्रेट परिसर स्थित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष में शुक्रवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई एवं जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक का आयोजन जिला कलक्टर काना राम की अध्यक्षता में हुआ।
जनसुनवाई के दौरान भूमि रूपांतरण, नाले की सफाई, विद्युत तार दुरुस्तीकरण, सेग्रीगेशन जमाबंदी त्रुटी सही करने, खातेदारी भूमि का सीमाज्ञान करवाने, सिवायचक भूमि से रास्ता चाहने, अतिक्रमण हटवाने, हाउसिंग बोर्ड में अमृत जल परियोजना की लाईन जुड़वाने, घरेलु/कृषि विद्युत कनेक्शन करवाने, छारोदा में सड़क व नाली निर्माण में अनियमितता करने, जन्म प्रमाण पत्र बनवाने, पट्टा बनवाने, आधार कार्ड में त्रुटी सही करवाने, पीएम आवास का लाभ दिलवाने, रोजगार दिलाने, विद्युत पोल शिफ्ट करवाने, अवैध नल कनेक्शन हटवाने, स्वच्छता, पेयजल कनेक्शन सहित करीब 100 प्रकरण प्राप्त हुए। सभी प्रकरणों को गंभीरता से सुनते हुए जिला कलक्टर ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रत्येक शिकायत का समयबद्ध निस्तारण पारदर्शी, संवेदनशील एवं जनभावनाओं के अनुरूप करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की समीक्षा भी की गई।
जिला कलक्टर ने विशेष रूप से अतिक्रमण हटाने एवं रास्तों को खोलने से जुड़े प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए सभी उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों, नगर परिषद आयुक्तों को निर्देश दिए कि वे पटवारियों तथा अधीनस्थों से मौके की रिपोर्ट लेकर स्थायी समाधान सुनिश्चित करें। इसके लिए पुलिस बल की सहायता उपलब्ध करवाने तथा निर्धारित समय में कार्रवाई नहीं होने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव सुधांश पंत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशभर में जनसुनवाई की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि संपर्क 2.0 पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि छह माह से अधिक समय से लंबित प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी प्रतिदिन कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान आमजन से अन्य मुद्दों पर फीडबैक ले ताकि बेहतर प्लानिंग से बेहतर परिणाम मिले।
प्रभारी सचिव ने दिए राहत व आपदा प्रबंधन के निर्देश :- जिला प्रभारी सचिव डॉ. देबाशीष पृष्टी ने वीसी के माध्यम से समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि अत्याधिक वर्षा की चैतावनी के मध्येनजर चंबल नदी के पालीघाट से रामेश्वर घाट तक संभावित जलभराव की स्थिति को देखते हुए तटीय गांवों में अलर्ट मोड़ पर रहने तथा आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर लोगों को शिफ्ट करने की तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा प्रबंधन शाखा को एडवाइजरी जारी करने, आवश्यक सामग्री की चेकलिस्ट आमजन तक पहुंचाने, एसडीआरएफ टीमों को एक्टिव रखने और गौताखोरों की सूची अद्यतन रखने के निर्देश दिए। लटिया नाला सहित संवेदनशील क्षेत्रों में जलभराव से निपटने के लिए पूर्व तैयारी रखने पर बल दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को डायरिया एवं मौसमी बीमारियों से निपटने हेतु आवश्यक दवाएं एवं संसाधन तैयार रखने के निर्देश दिए गए। आपदा प्रबंधन प्रोटोकॉल की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव बुड़ानिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर संजय शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वा सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे, जबकि सभी उपखंड अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक से जुड़े।