
फिल्मी स्टाइल में घर से भागे बच्चे
जयपुर: जयपुर के तीन स्कूल स्टूडेंट – मोहित सिंह (16), नितिन सिंह (14) और अरमान (15) – 14 अगस्त को घर से स्कूल जाने का बहाना बनाकर घर से भाग गए थे। आठ दिन बाद बच्चे सुरक्षित अपने घर लौट आए।
भागने की कहानी
बच्चों ने फिल्मी स्टाइल में लेटर छोड़ा था जिसमें लिखा था कि “5 साल बाद आएंगे।” गांधी नगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने के लिए अरमान ने अपनी साइकिल ₹400 में बेच दी और ऑनलाइन Fampay Wallet ऐप से लोन लिया। मोबाइल फोन एयरप्लेन मोड पर रखा गया ताकि लोकेशन ट्रेस न हो।
भागते समय बच्चे अपने घरवालों की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। मोहित ने दोस्त से इंस्टाग्राम पर चैट कर पूछा – “पता लगाओ मम्मी-पापा हमें कहां ढूंढ रहे हैं।”
लोकेशन और यात्रा
पुलिस और परिवार ने बच्चों की तलाश की, लेकिन उनकी लोकेशन लगातार बदलती रही – कभी हरियाणा के रेवाड़ी, कभी राजस्थान के विभिन्न स्थान। बच्चे फोन केवल जरूरी समय पर ऑन कर रहे थे। तीनों का कहना था कि उनका लक्ष्य बागेश्वर धाम आश्रम पहुंचना था, लेकिन गलती से वे हरियाणा की ट्रेन में बैठ गए।
परिवार और सुरक्षा
बच्चों के लौटने पर परिवार ने बताया कि उन्होंने घर से कोई पैसा नहीं चुराया। मोहित और नितिन की बुआ शारदा कंवर ने कहा कि बच्चों की योजना में किसी गाइड की मदद भी हो सकती है, क्योंकि इतनी कम उम्र में इतनी योजना बनाना मुश्किल है।
बच्चों ने डीग, भरतपुर और महवा के रास्ते से सुरक्षित घर वापसी की। पुलिस ने बच्चों और माता-पिता को घर से भागने के खतरे और नुकसान के बारे में बताया।
डिजिटल तरीके और पैसों की व्यवस्था
बच्चों ने Fampay Wallet ऐप के माध्यम से ऑनलाइन पेमेंट किया, जो 10–19 साल के बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इससे बिना बैंक अकाउंट के पैसा ट्रांसफर करना आसान हुआ।