शनिवार को जिला कलेक्टर कानाराम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में SDRF एवं अतिवृष्टि प्रबंधन संबंधी समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे, जबकि उपखंड और ब्लॉक अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।
कलेक्टर ने बांधों और जल निकायों का निरीक्षण कर संवेदनशील क्षेत्रों में सेंडबैग व आवश्यक सामग्री पूर्व में उपलब्ध रखने के निर्देश दिए। बोदल ओंघड पुलिया मार्ग, कोटा-लालसोट हाईवे, सूरवाल सहित कई स्थानों पर भारी जलभराव को देखते हुए आमजन से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की।

उन्होंने चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर पर विशेष सतर्कता बरतने, तटीय गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने और प्रभावित इलाकों में राहत शिविर, भोजन, पेयजल व दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
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कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन का पहला लक्ष्य जनहानि रोकना है। SDRF, NDRF व सिविल डिफेंस की टीमों को पूर्ण अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया। साथ ही त्रिनेत्र गणेश मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से दो दिन तक यात्रा स्थगित करने की अपील भी की गई।
