तमिलनाडू: बारिश (RAIN) का 152 साल का रिकॉर्ड टूटा, एक दिन में 932 मिमी बारिश

तमिलनाडू के दो जिलों में 24 घंटे में (रविवार और सोमवार) इतनी बारिश हुई जितनी वर्षभर में होती है। यह जिले हैं दक्षिणी तमिलनाडु के तिरुनेलवेली और थूथुकुडी। यहां 670 से 932 मिमी तक बारिश हुई। एकाएक भारी बारिश (RAIN) से दोनाों जिलों में बाढ़ आने के साथ तेनकासी और कन्याकुमारी जिले भी बारिश से प्रभावित हुए हैं। यहां इंडियन आर्मी, नेवी के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
सीएम एम के स्टालिन ने मंगलवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में एक साल जितनी RAIN हुई है। कुछ जगहों पर 1871 के बाद से अब तक की सबसे अधिक RAIN दर्ज की गई है। अकेले कयालपट्टिनम में एक दिन में 940 मिमी RAIN हुई। तिरुनेलवेली और थूथुकुडी जिलों में रहने वाले करीब 35 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
राज्य के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने बताया कि अब तक 10 हजार से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है। सोमवार रात थूथुकुडी के पास 100 से अधिक लोगों को बचाया गया, जिसमें एक गर्भवती महिला सहित 55 महिलाएं और 19 बच्चे थे।
राजस्थान में सीजन की सबसे सर्द रात
राजस्थान में सोमवार को सीजन की सबसे सर्द रात रही। उत्तर भारत से आई हवाओं से जयपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर सहित 11 शहरों में सीजन का सबसे कम तापमान दर्ज किया। मंगलवार को माउंट आबू और फतेहपुर के मैदानों में भी बर्फ जमा देने वाली सर्दी रही। अरब सागर में बने सिस्टम के असर से झालावाड़, बारां, उदयपुर, डूंगरपुर के एरिया में सुबह हल्के बादल छाए रहे।
माउंट आबू के साथ आज सीकर के फतेहपुर में भी तापमान जमाव बिंदु के पास 0.7 पर दर्ज हुआ। यहां तेज सर्दी के कारण खेतों में खड़ी फसलों की पत्तियों पर ओस की बूंदें जम गईं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस जाने के बाद अब सर्द हवाएं सीधी मैदानी राज्यों में आनी शुरू हो गई। इससे राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के शहरों में तापमान गिरने लगा है।