सामाजिक सरोेकार बाद में निभाएं, अभी मिलकर कोरोना की चैन तोडना जरूरी

जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में उपस्थित विधायक सवाई माधोपुर, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारी , संबोधित करते कलेक्टर।

जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित
प्रशासन, जनप्रतिनिधि, अधिकारी, भामाशाह एवं आमजन मिलकर करें सामूहिक उत्तरदायित्व के साथ प्रयासः कलेक्टर

सवाई माधोपुर। सामाजिक सरोकार बाद में निभाए जा सकते है, अभी सभी को मिलकर कोरोना की चैन को तोडना जरूरी है। प्रशासन, जनप्रतिनिधि, भामाशाह एवं आमजन मिलकर सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ प्रयास करें। यह बात जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि, अधिकारियों एवं सामाजिक संगठन,एजीओं एवं अन्य सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से कही।
जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया की अध्यक्षता, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई।
बैठक में कलेक्टर पहाडिया ने कहा कि हमारा जिला अभी तक कोरोना के संक्रमण से बचा हुआ है। इसके लिए आमजन के प्रयास भी सराहनीय है।  आमजन मेडिकल एडवायजरी एवं प्रोटोकाल को फोलो कर रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के पडौसी जिलों में कोरोना का संक्रमण हो चुका है। ऐसे में सभी का उत्तरदायित्व बढ गया है। जिले को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। विभिन्न स्थानों पर 54 नाके बनाए गए है। जिले से बाहर आना एवं जाना दोनों को रोका गया है। केवल आवश्यक सामान की आपूर्ति बनी रहे, इसके लिए प्रयास किए जा रहे है।
कलेक्टर ने बताया कि सरकारी प्रयासों के साथ साथ भामाशाहों का सहयोग वांछित है। समाज सेवियों की मदद आवश्यक है। कलेक्टर ने सभी से अपील की जो जिस रूप में भी मदद देना चाहे, अवश्य दे। सभी के संयुक्त प्रयासों से ही हम कोरोना की जंग को जीतने में कामयाब हो सकते है। अब तक सभी ने मिलकर कार्य किया, इसके लिए तो सभी बधाई के पात्र है, लेकिन आगे अभी कोरोना के खिलाफ लंबी लडाई है। कोरोना को पूर्णतः पराजित करने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।
कलेक्टर पहाडिया ने आपदा प्रबंधन की बैठक में बताया कि सभी सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ समन्वय से कार्य करें। अब तक पुलिस प्रशासन, जनप्रतिनिधि मीडिया एवं आमजन के जागरूकता प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि किसी के भी कोरोना के लक्षण है तो घबराएं नहीं, आगे बढकर अपनी जांच करवाएं तथा अपने आप को, परिवार को, समाज को एवं देश को सुरक्षित करने में सहयोग करें। उन्होंने चिकित्सा टीमों की सराहना करते हुए उनके प्रयासों को भी नमन किया।
कलेक्टर ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री लॉकडाउन के दौरान दिहाडी मजदूर, श्रमिक, असहाय, गरीब, बेसहारो के लिए चिंतित है। कोई भूखा नहीं सोएं इसके लिए प्रथम दिन से ही व्यवस्था की जा रही है।  
मुख्यमंत्री के स्तर पर जिले में सामाजिक सुरक्षा पैंशन के तहत 71 हजार 446 लोगों को सीधे एक-एक हजार रूपए खातों में भेजे जा चुके है। इसी प्रकार दिहाडी मजदूर, स्ट्रीट वेंडर आदि के लिए जिले में 1865 लोगों को एक एक हजार रूपए तथा 1500- 1500 रूपए खातों में जमा करवाए जा रहे है।
लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति मिलती रहे, इसके लिए जिले में तेल, आटा, दाल मिलों को निर्देश दिए गए है। जिले की 17 मिलों को लाइसेंस देकर निर्देशित किया है। कलेक्टर ने बताया कि राशन, दूध, सब्जी, दवाई की डोर टू डोर सप्लाई को बढावा दिया तथा लगातार पहुंचाया जा रहा है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि आपदा प्रबंधन एक्ट लागू किया गया हैं। सभी सरकारी, गैर सरकारी संसाधन एवं मशीनरी को काम में लिया जा सकता है।  उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा योजना में निशुल्क अनाज का वितरण किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अफवाह, भ्रामक समाचार या फेक न्यूज नहीं फैलाई जाए। ऐसा करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ दंड का भी प्रावधान है। कलेक्टर ने कहा कि सभी को स्वयं संयमित रहने की आवश्यकता है। प्रशासन के साथ मिलकर सहयोग करें एवं आत्म विश्वास बनाए रखे। जिससे हम कोरोना के खिलाफ इस जंग को जीत सके। कलेक्टर ने बताया कि राधास्वामी सत्संग संस्था की ओर से प्रतिदिन एक हजार फूड पैकेट देने का वादा किया गया है। इसी प्रकार अन्य भामाशाह भी आगे आएं ।
बैठक में विधायक सवाई माधोपुर दानिश अबरार ने कहा कि सभी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें। प्रशासन के साथ ही आमजन भी कोरोना की लडाई में जागरूकता के साथ लडे। एडवाईजरी का पालन करें। मुख्यमंत्री का लक्ष्य है इस दौरान कोई भूखा नहीं सोए। उन्होंने सुझाव दिया कि आवश्यक सामग्री की सप्लाई चालू है, इस सामग्री का उपयोग निर्धारित टाइम को पूरा करके ही किया जाए, जिससे वायरस की संभावना नहीं रहे। उन्होंने कहा कि सरकार पीछे नहीं है, लेकिन यह समय आपसी सहयोग से मिलकर कार्य करने का है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने जिले की सीमाओं को सील करने सहित उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर जिला परिषद के सीईओ सुरेश कुमार ने बताया कि सभी उपखंड अधिकारियों, बीसीएमएचओ एवं पुलिस अधिकारियों को भी वीसी के माध्यम से निर्देश दिए गए है। प्रोटोकाल एवं एडवाईजरी की पालना सुनिश्चित करवाई जा रही है।
बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर भवानी सिंह पंवार, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना, पीएमओ डॉ बी.एल.मीना, अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, बिजली निगम, नगर परिषद के अधिकारी, पशुपालन, कृषि विभाग के अधिकारी एवं डीएसओ ने भी अपने अपने विभाग के संबंध में जानकारी दी। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, एनजीओ, सामाजिक संगठन एवं सिविल सोसायटियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।